Delhi Tis Hazari Court Lawyers-Police Clash: दिल्ली की तीस हजारी अदालत परिसर में वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प की घटना को ‘केंद्र की भाजपा सरकार के अहंकार का परिणाम’ करार देते हुए कांग्रेस ने कहा कि इसके लिए गृहमंत्री अमित शाह को वकीलों से माफी मांगनी चाहिए। वहीं बार काउंसिल ऑफ़ इंडिया (बीसीआई) ने झड़प के दौरान कथित पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए हुए इस कार्रवाई को क्रूर करार दिया और पुलिस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेस ने भाजपा को घेरा: पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘तीस हजारी में वकीलों पर गोली कांड व लाठीचार्ज भाजपा की क्रूरता व अहंकार का परिणाम है। सत्ता के नशे में चूर भाजपा न कानून को मानती है, न कानून के रखवाले वकीलों का सम्मान करती है।’’
अमित शाह से कांग्रेस की मांग: सुरजेवाला ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि गृह मंत्री अमित शाह माफ़ी मांगें और दोषी अधिकारियों पर प्राथमिकी दर्ज कराएं।’’ बता दें कि तीस हजारी कोर्ट में झड़प के दौरान 10 पुलिसकर्मी समेत कई वकील घायल हुए हैं।
Hindi News Today, 03 November 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की तमाम अहम खबरों के लिए क्लिक करें
बार काउंसिल का बयान: बीसीआई ने इस पुलिस कार्रवाई को क्रूर करार दिया और पुलिस के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। बार एसोसिएशनों ने सोमवार को दिल्ली की सभी जिला अदालतों में काम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शनिवार को दोपहर में पुलिस और वकीलों के बीच झड़प हो गयी। इस झड़प के दौरान 17 वाहनों में तोड़फोड़ की गई। इस बीच दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल ने शनिवार को वरिष्ठ न्यायाधीशों के साथ इस मामले को लेकर पांच घंटे तक बैठक की।

