दिल्ली के दयालपुर इलाके में दुकानदार ने ग्राहक को प्रतिबंधित पॉलीथिन ग्राहक को नहीं दिया तो उसने ईंट से दुकान के कर्मचारी पर हमला कर घायल कर दिया। घायल कर्मचारी खलील अहमद (45) को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने इलाज के दौरान रविवार (20 अक्टूबर ) को दम तोड़ दिया। पुलिस आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की झानबीन कर रही है। पुलिस ने बताया कि, खलील अहमद दिल्ली के दयालपुर के नेहरु विहार गली के नंबर-5 में परिवार के साथ रहता था। उसके घर के बगल में ही रिश्तेदार की बेकरी की दुकान थी। जिस पर खलील काम करता था।

पॉलीथिन नहीं देने पर ईट से किया हमला: 15 अक्टूबर की सुबह 10 बजे खलील दुकान पर मौजूद था उसी वक्त नेहरु नगर के ही गली नंबर-6 के फैजान (50) नाम का शख्स उसकी दुकान पर पापे लेने आया। पॉलीथिन पर प्रतिबंध होने के कारण खलील पापे को कागज में लपेट कर फैजान को दे दिया। जिसके बाद फैजान ने खलील से पॉलीथिन मांगी। खलील ने यह कहते हुए मना कर दिया कि पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगने के कारण वह नहीं रखते है। इस बात से नाराज फैजान ने पापे वापस कर अपने पैसे ले लिए और खलील के साथ गाली गलौच करने लगा। फैजान पर आरोप है कि वह दुकान से जाते वक्त दुकान के बाहर पड़ी ईट को उठाकर खलील के मुह पर दे मारा। खलील ईट लगने से लहू- लूहान हो गया। उसे पास के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज दौरान रविवार को उसकी मौत हो गई।

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फैजान का डर खलील के घरवालों को सता रहा: खलील के मौत के बाद परिवार में मातम पसरा हुआ है। मृतक के परिजनो को यह समझ में नहीं आ रहा है कि वह इतनी छोटी सी बात पर खलील को क्यों मारा डाला । हालांकि खलील के बेटे कासिम ने बताया कि फैजान दंबग किस्म का शख्स है, वह दुकान से जाते समय परिवार वालों को जान से मारने की धमकी दी थी। जिसका डर खलील के परिवार वालों को सता रहा है। मृतक के परिजनों ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।

पर्यावरण को देखते हुए सरकार ने पॉलीथिन पर लगाया प्रतिबंध:  बता दें कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पर्यावरण पर खतरे को देखते हुए 50 माइक्रोन से कम की पॉलीथिन थैली के प्रयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था। दिल्ली में कई विभाग पॉलीथिन का प्रयोग करते पाए जाने पर भारी जुर्माना वसूल रहे हैं। इसी डर की वजह से दुकानदारों ने पॉलीथिन रखना छोड़ दिया है।