Delhi Police: दिल्ली में लोगों की जासूसी करने वाले गैंग का खुलासा हुआ है। यह गैंग प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसी के नाम पर कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) और अन्य जानकारी प्रोवाइड करा रहा था। पुलिस ने इस गैंग के एक जासूस को गिरफ्तार किया है। इस जासूस पर अवैध रूप से कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) हासिल करने और उन्हें लोगों को बेचने का आरोप है। हालांकि, पुलिस अभी इस पूरे मामले में अन्य आरोपियों की संलिप्तता की भी जांच कर रही है।
CDR की खरीद-फरोख्त के आरोप में एजेंट गिरफ्तार
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार को कहा कि एक प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसी के 22 वर्षीय फील्ड एजेंट को अवैध रूप से कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) हासिल करने और उन्हें लोगों को बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार हुए आरोपी की पहचान पवन कुमार के रूप में हुई है।
नकली ग्राहक बन पुलिस ने दबोचा
पुलिस ने इस जासूस को पकड़ने के लिए एक योजना बनाई, जिसमें एक पुलिसकर्मी को ग्राहक बनाकर पवन के पास भेजा गया था। पुलिसकर्मी ने आरोपी पवन से सीडीआर खरीदने को लेकर बात की। पुलिसकर्मी जब आरोपी पवन की कॉल डिटेल रिकॉर्ड की खरीद-फरोख्त की बात से आश्वस्त हो गया तो उसे दबोच लिया गया।
Delhi Police को मुखबिर से मिली थी सूचना
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आरोपी कथित तौर पर एक प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसी की मिलीभगत से काम कर रहा था। बताया जा रहा है कि पुलिस आरोपी के सिंडिकेट और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के रोल की भी जांच कर रही है। पुलिस ने कहा कि उन्हें एक मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक अज्ञात शख्स सीडीआर खरीद रहे हैं और उन्हें बेच रहे हैं।
DCP ने बताया- 25 हजार में तय हुआ था सौदा
डीसीपी (आउटर) बृजेंद्र कुमार यादव ने कहा, “नकली ग्राहक के रूप में पुलिस ने इस संबंध में कार्रवाई की है। पुलिसकर्मी ने आरोपी से मुलाकात की और फिर मोबाइल फोन से जुड़े कॉल रिकॉर्ड देने के लिए 25 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। डीसीपी ने बताया कि, आरोपी को आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ पकड़ा गया है और समयपुर बादली थाने में IPC की धारा 409, 420, 464, 120 और टेलीग्राफ एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।