दिल्ली में पुलिस ने 9 साल की बच्ची का शव बरामद कर लिया है। 12 दिसंबर को घर के बाहर खेल रही बच्ची को उसके मकानमालिक ने कार में घुमाने का लालच दिया और फिर सुनसान जगह पर ले जाकर गाड़ी में उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद पकड़े जाने के डर से आरोपी ने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इतना ही नहीं, हत्या करने के बाद उसने शव को मुनक नहर में फेंक दिया। इधर बच्ची के लापता होने पर परिजन उसकी तलाश करने लगे। बच्ची के पिता ने जब बच्ची के लापता होने की जानकारी उसके दादा को दी तो उन्होंने मकानमालिक से मदद लेने को कहा। इसके बाद जब बच्ची के पिता ने अपने मकानमालिक को फोन लगाकर पीड़िता के गायब होने की जानकारी दी तो उसने कहा कि वह बाहर था। उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके बाद पिता अपनी बेटी को खोजते रहे। हारमानकर उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जब सीसीटीवी चेक की तो उन्हें मकानमालिक पर शक हुआ। हालांकि बच्ची के साथ गंदा काम करने के बाद आरोपी जब कहीं जा रहा था तो उसका एक्सीडेंट हो गया। शुरु में वह बयान देने में असफल रहा मगर बाद में उसने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

6 खोताखोरों ने मिलकर बच्ची की शव किया बरामद

इसके बाद से पुलिस बच्ची के शव की तलाश कर रही थी जो गुरुवार को जाकर खत्म हुई। काफी खोजबीन के बाद आखिरकार पुलिस ने बच्ची का शव बरामद कर लिया। मामले में एक वरिष् पुलिस अधिकारी ने बताया, ”हमने गुरुवार को शव बरामद किया। हमारी टीम के साथ छह गोताखोर बच्ची के शव को ढूंढ रहे थे। हमने गुरुवार को हैदरपुर जल संयंत्र के पास शव को बरामद कर लिया।”

पुलिस के मुताबिक, मौत का असली कारण जानने के लिए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने आगे बताया कि बच्ची को 52 साल के मकानमालिक ने कथित तौर पर अगवा कर उससे दुष्कर्म किया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने बच्ची के शव को बाहरी दिल्ली के स्वरूप नगर में एक नहर में फेंक दिया।

रिपोर्ट के अनुसार, 12 दिसंबर को बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी कि तभी आरोपी उसे कार में घुमाने के नाम पर कथित रूप से बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया। अधिकारियों के अनुसार, आरोपी बच्ची को एक सुनसान जगह ले गया, जहां उसने अपनी कार में उससे कथित तौर पर दुष्कर्म किया। अपने अपराध को छिपाने के लिए उसने बच्ची का गला घोंट दिया और उसके शव को शाम साढ़े छह बजे मुनक नहर में फेंक दिया।

घटना के बाद 15 दिसंबर को आरोपी अपने स्कूटर से जा रहा था और इसी दौरान वह सड़क हादसे का शिकार हो गया। उसे रोहिणी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने बताया कि कई जगह फ्रेक्चर होने के कारण आरोपी बयान नहीं दे सका था हालांकि बाद में उसने अपना जुर्म कबूल लिया। पुलिस के मुताबिक, जांच के दौरान यह सामने आया कि आरोपी ने 15 दिसंबर को अपने परिवार को लोगों को इस घटना के बारे में बताया था। जिसे सुनने के बाद परिवार के लोगों ने उसकी पिटाई कर दी।