दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के कालिंदी कुंज इलाका स्थित नर्सिंग होम के अंदर बुधवार देर रात को एक डॉक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद पुलिस लगातार जांच में जुटी हुई है। इस कारण नए-नए तथ्य सामने आ रहे हैं।

पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि शक और प्यार के चक्कर में डॉक्टर की हत्या कर दी गई। दरअसल, डॉ. जावेद अख्तर की हत्या के आरोप में पुलिस ने जिस नाबालिग को हिरासत में लिया है, उसने ये कबूल किया है कि अख्तर के नर्सिंग होम में काम करने वाली नर्स के पति ने उसे हत्या करने के लिए हायर किया था। उसे शक था कि उसकी पत्नी और अख्तर का अफेयर चल रहा है।

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार नाबालिग संदिग्ध जो कथित तौर पर नर्स की बेटी से प्रेम करता है ने दावा किया कि नर्स के पति ने डॉक्टर की हत्या करने पर अपनी बेटी का हाथ उसे देने का वादा किया था। वरिय पुलिस अधिकारी की मानें तो संदिग्ध ने नर्स के पति के एटीएम से पैसे भी निकाले थे। हालांकि, फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है।

बता दें कि इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए पुलिस ने संदिग्ध को ट्रैक किया, जहां उसने पिस्टल के साथ एक तस्वीर पोस्ट की थी और कैप्शन में “2024 की पहली हत्या” लिखा था। इसी कारण पुलिस को उस पर संदेह हुआ।

गौरतलब है कि बुधवार की देर रात पुलिस को सूचना मिली थी कि डॉक्टर की लाश उसी के नर्सिंग होम की कुर्सी पर पड़ी हुई है. जब सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया तो देखा गया कि दो लड़के आराम से अस्पताल में दाखिल हुए और सीधे अख्तर की केबिन में घुसे. फिर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी.

पुलिस अधिकारी के अनुसार, अख्तर को अस्पताल में एक कुर्सी पर पड़ा हुआ पाया गया और उनके सिर से खून बह रहा था। अधिकारी ने आगे बताया कि इस संबंध में हुई जांच में करीब 16 साल की उम्र के दोनों लड़कों की संभावित संलिप्तता का खुलासा हुआ, जो रात करीब एक बजे अस्पताल में ‘ड्रेसिंग’ कराने के लिए आए थे।