दिल्ली के भोगल में जूलरी शॉप में हुई चोरी की जांच जोरों पर है। इसे दिल्ली की सबसे बड़ी चोरी कही जा रही है। इस चोरी के बारे में जानकर आपको ‘मनी हाइस्ट’ वेब सीरीज की याद आ जाएगी। जिस तरह इस सीरीज में चोर पहले से रेकी करते हैं, प्लानिंग करते हैं फिर चोरी की घटना को अंजाम देते हैं। दिल्ली में हुई इस चोरी को भी इसी तर्ज पर अंजाम दिया गया है। इस चोरी के बारे में जानकर लोग हैरानी जता रहे हैं। दरअसल, जूलरी शॉप एक पॉश इलाके में है। इसकी सुरक्षा के कड़े इंतजाम है। चारों तरफ लोहे के गेट हैं। वहीं निगरानी के लिए हर तरफ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। मजबूत लॉकर में गहनें रखे गए थे। फिर आखिर कैसे चोर करोड़ों की जूलरी पर हाथ साफ कर गए। यही सोचकर पुलिस की नींद उड़ी हुई है।
चोरों ने कैसे दिया वारदात को अंजाम?
चोरों ने इतनी सफाई से चोरी की है कि कोई सुराग नहीं मिल सका है। यकीनन उन्होंने पूरी प्लानिंग के तहत इस घटना को अंजाम दिया है। पुलिस को शक है कि दुकान का कोई कर्मचारी इस चोरी में शामिल है। तभी तो चोरों को दुकान के बारे में सारी जानकारी थी। इसलिए वे रविवार की आधी रात को सीसीटीवी को तोड़ दिया। उन्हें पता था कि दुकान के बेसमेंट में एक तिजोरी है। जो तीन तरफ से लोहे की दीवार से बनी है। सिर्फ एक दीवार ईंट और सीमेंट से बनी है, जो डेढ़ फुट चौड़ी है। चोर इसी दीवार को तोड़कर स्ट्रॉन्ग रूम में घुसे थे। इसके बाद चोरों ने यहां रखे 32 लॉकर को गैस कटर से काटा और 20 से 25 करोड़ के गहने चुरा ले गए। ऐसा लगता है कि चोरों को शोरूम की बनावट के बारे में पहले से पता था।
रिपोर्ट के अनुसार, चोर पड़ोसी की छत से शोरूम की चौथी मंजिल में घुसे। इसके बाद तीसरी मंजिल पर लगे साइन बोर्ड के जरिए अंदर घुसे। उन्हें पहले से ही पता था कि लोहे का जो बोर्ड लगा है उसके फ्रेम से अंदर जाया जा सकता है। पहले से ही तीसरी मंदिल की खिड़की खुली हुई थी। एक चोर अंदर गया और गेट खोल दिया। इसके बाद सभी चोर अंदर दाखिल हो गए। उन्होंने स्ट्रॉन्ग रूम में चोरी की फिर छत पर जाकर वहां से फरार हो गए।
चोरी के 50 घंटे, जांच में जुटी पुलिस
दिल्ली में हुई सबसे बड़ी चोरी के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार कोशिश कर रही है। चोरी को 50 घंटे हो गए हैं मगर पुलिस का कामयाबी हाथ नहीं नहीं लगी है। पुलिस की नींद उड़ी है। कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है मगर अभी तक मुख्य आरोपी पकड़ा नहीं गया है। हालांकि पुलिस ने इस मामले में जांच के लिए कई टीमों का गठन किया है। अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट की टीमें जिला पुलिस और स्पेशल स्टाफ के सहयोग से जांच कर रही हैं। कुछ सीसीटीवी फुटेज मिले हैं मगर उनसे अपराधियों से जुड़ा कोई सबूत नहीं मिला है। कुछ इनपुट के अधार पर पुलिस एक अपराधी को पकड़ने के लिए लगातार उसका पीछा कर रही है।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ले रहे अपडेट
मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली पुलिस कमिश्नर भी इस घटना पर लगातार अपडेट ले रहे हैं। दिल्ली पुलिस के लिए यह एक बड़ा टास्क माना जा रहा है, जिसे सुलझाना आसान नहीं लग रहा है। हालांकि पुलिस मामले की तह तक जाने के लिए दिन रात एक किए हुए है। एक सूत्र के हवाले से खबर मिली है कि चोरी होने से पहले दुकान का एक कर्मचारी दो सप्ताह पहले से गायब था। उस पर शक है। वहीं पुलिस का कहना है कि इस घटना में किसी गिरोह का हाथ हो सकता है। देखना है कि आगे क्या अपडेट सामने आता है।
