दिल्ली ACP यशपाल चौहान के एडवोकेट बेटे लक्ष्य चौहान हत्या मामले में पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने एसीपी के बेटे का शव नहर से बरामद कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने मुख्य आरोपी विकास भारद्वाज को भी गिरफ्तार कर लिया है। एसीपी के बेटे को पैसे की लेन-देन के विवाद में उसके दो दोस्तों ने हरियाणा की एक नहर में कथित तौर पर धक्का दे दिया था। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने एक शादी से लौटते वक्त एसीपी के बेटे को नहर में धक्का दे दिया था। आरोपियों में से एक तीस हजारी कोर्ट में एक वकील के साथ क्लर्क के तौर पर काम करता है।

पुलिस ने मामले में बताया था कि 26 साल लक्ष्य चौहान अपने दो दोस्तों विकास भारद्वाज और अभिषेक के साथ सोमवार को हरियाणा के सोनीपत में एक शादी समारोह में शामिल होने गया था। उसने बताया कि जब वह अगले दिन घर नहीं लौटा, तो उसके पिता एसीपी यशपाल सिंह ने मंगलवार को गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। सिंह बाहरी-उत्तरी दिल्ली के एसीपी (अभियान) के रूप में तैनात हैं। पुलिस ने बताया कि पुलिस को जांच के दौरान कुछ गड़बड़ी का शक हुआ, जिसके बाद शिकायत को अपहरण की एफआईआर में बदल दिया गया।

ऐसे पकड़ा गया मुख्य आरोपी

इस पूरी घटना का पर्दाफाश तब हुआ जब नरेला में रहने वाले 19 साल के अभिषेक को गिरफ्तार किया गया और उससे पूछताछ की गई। जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) जोड़ी। पहले समयपुर बादली पुलिस थाने में अपहरण का मामला दर्ज किया गया था।

पैसे को लेकर हुआ था विवाद

पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) रवि कुमार सिंह ने कहा, ‘‘अभिषेक को पकड़ा गया और पूछताछ करने पर यह पता चला कि 22 जनवरी (सोमवार) की दोपहर को वकील के कर्मचारी ने उससे संपर्क किया और भिवानी में एक शादी समारोह में उसके साथ चलने को कहा।’’ विकास ने अभिषेक को बताया था कि तीस हजारी कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले लक्ष्य ने उससे पैसे उधार लिए थे और जब उसने लक्ष्य से पैसे लौटाने के लिए कहा तो उसने उसके साथ दुर्व्यवहार किया। इसके बाद दोनों ने लक्ष्य को खत्म करने की साजिश रची और उसे हरियाणा की मुनक नहर में धक्का देने का फैसला किया।

डीसीपी ने कहा, ‘‘वे सोमवार दोपहर को मुकरबा चौक से चले जहां लक्ष्य एक कार में अभिषेक से मिला। अभिषेक कार में लक्ष्य के साथ बैठा था और बाद में विकास भी उनके साथ आ गया।’’ दिल्ली लौटते वक्त इस अपराध को अंजाम दिया गया। डीसीपी ने कहा, ‘‘देर रात तक वे भिवानी में एक शादी समारोह में पहुंचे और देर रात 12 बजे वहां से रवाना हुए।’’ वे पानीपत में रुके, जहां तीनों थोड़ा आराम करने के लिए कार से बाहर निकले। रवि कुमार सिंह ने कहा, ‘‘इस मौके का फायदा उठाते हुए अभिषेक और विकास ने लक्ष्य को कथित तौर पर नहर में धक्का दे दिया और कार में बैठकर फरार हो गए। विकास ने बाद में अभिषेक को नरेला में उतार दिया और फिर खुद भाग गया।’’

डीसीपी ने आगे बताया कि मुख्य आरोपी विकास को गिरफ्तार किया गया और अपराध में इस्तेमाल कार भी बरामद कर ली गई। उन्होंने कहा, ‘‘हरियाणा में समालखा के समीप नहर से शव बरामद किया गया।’’ पुलिस ने बताया कि अभिषेक को गिरफ्तार करने के लिए तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।