Crime Against Women and Dalit: मध्य प्रदेश के सागर जिले में साल 2019 में बहन के यौन उत्पीड़न के मामले को लेकर एक दलित शख्स की भीड़ ने कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस ने कहा कि उसे हमलावरों से बचाने की कोशिश में उसकी बहन को भी पीटा गया और उसकी मां को निर्वस्त्र कर दिया गया। सागर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव उइके ने कहा कि हत्या के मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

चुनावी राज्य में राजनीतिक विवाद, कांग्रेस और बसपा ने बोला भाजपा सरकार पर हमला

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उइके ने कहा कि पीड़ित को गुरुवार को पीटा गया था और इलाज के लिए ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ सख्त एससी/एसटी अधिनियम भी लगाया गया है। दलित और महिला के खिलाफ इस आपराधिक वारदात से चुनावी राज्य में राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है। विपक्षी दल कांग्रेस और मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने भाजपा सरकार की आलोचना की। वहीं, सत्तारूढ़ दल ने कहा कि फौरन कार्रवाई की गई। भाजपा ने कांग्रेस पर अपराधों को सेलेक्टिव होने का आरोप लगाया।

पुराने मामले में समझौता करने का दबाव बना रही भीड़, पुलिस के आने तक निर्वस्त्र रही महिला

मृतक की बहन का आरोप है कि कुछ लोग उस पर चार साल पुराने मामले में समझौता करने का दबाव बना रहे थे। इसी के चलते उसके भाई की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। घटना के बारे में बताते हुए उनकी मां ने कहा, “भीड़ ने मेरे बेटे को बहुत पीटा। वह बच नहीं सका। हमें बेपर्दा कर दिया। मुझे निर्वस्त्र कर दिया गया। फिर पुलिस आई, मुझे एक तौलिया दिया गया। मैं वहां तौलिये में खड़ी थी।”

पीड़िता के एक अन्य महिला रिश्तेदार ने कहा कि एक भीड़ जबरदस्ती उसके घर में भी घुस गई और उसके पति और बच्चों को धमकी दी। उन्होंने दावा किया, “भीड़ ने मेरे बच्चों और पति को भी मार डाला होता। वे चप्पल पहनकर घर में घुसे। उन्होंने हमारा फ्रिज भी चेक किया।”

क्या है पीड़ित परिवार से जुड़ा चार साल पुराना मामला?

पुलिस ने बताया कि जिला कलेक्टर द्वारा सरकारी योजनाओं के तहत मदद का आश्वासन देने और गिरफ्तारी की सूचना देने के बाद पीड़ित परिवार ने शव का अंतिम संस्कार किया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि साल 2019 में पीड़ित की बहन ने धमकी देने और पीटने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। उस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। वह मामला अदालत में विचाराधीन है।

मल्लिकार्जुन खड़गे और कमल नाथ ने भाजपा सरकार पर बोला हमला

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि मध्य प्रदेश में दलित और आदिवासी उत्पीड़न लगातार हो रहा है। वहां इस साल चुनाव होने वाला हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य में दलितों के खिलाफ अपराध की दर सबसे अधिक है और “भाजपा ने मध्य प्रदेश को दलित उत्पीड़न की प्रयोगशाला बना दिया है।” राज्य कांग्रेस प्रमुख कमल नाथ ने पीड़ित परिवार के लिए वित्तीय सहायता की मांग की और आरोपियों के भाजपा से संबंध होने का संकेत दिया।

भाजपा ने कांग्रेस पर लगाया मामले को गैरजरूरी सियासी रंग देने का आरोप

मध्य प्रदेश के मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने दावा किया कि यह दोनों पक्षों के बीच विवाद का नतीजा था। उन्होंने कांग्रेस पर इस घटना का अनावश्यक रूप से राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। वहीं, राज्य भाजपा सचिव रजनीश अग्रवाल ने बताया कि उनकी पार्टी की सरकार ने इस मामले में तुरंत कार्रवाई की, जबकि कांग्रेस सरकारें दलित उत्पीड़न के मामलों में कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाती थी।

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