इन्होंने शव के दस टुकड़े कर फ्रिज में रखे थे और फिर उन्हें कल्याणपुरी के रामलीला मैदान की झाड़ियों और न्यू अशोकनगर के पास नाले में ठिकाने लगा दिया था। आरोपियों ने खोपड़ी दफन कर दी। करीब छह महीने पहले हुई हत्या के इस मामले में अपराध शाखा ने मां बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मृतक अंजन दास का मोबाइल फोन और खून से सने आरोपियों के कपड़े बरामद किए हैं। गिरफ्तार महिला पूनम ने पुलिस को बताया कि दास के अवैध संबंध हत्या की वजह है।
अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने सोमवार प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि त्रिलोकपुरी में रहने वाले अंजन दास (45) की पत्नी पूनम (48) और सौतेले बेटे दीपक (25) ने 30 मई को उसकी हत्या की और शव के दस टुकड़े किए। फिर उन्हें फ्रिज में रखा और एक-एक कर फेंकते रहे। पांच जून को पुलिस को संदिग्ध हालत में शव के टुकड़े पूर्वी दिल्ली के कल्याणपुरी के रामलीला मैदान में एक बैग के अंदर मिले थे। अगले कुछ दिनों में उसके पैर, जांघ और एक हाथ भी मिला।
पुलिस के मुताबिक अंजन दास शादीशुदा था लेकिन उसने यह बात पूनम से छिपाई थी। उसे यह पता नहीं था कि दास का परिवार बिहार में है और वह शादीशुदा है। दास का अपनी पहली पत्नी से सात बेटियां और एक बेटा है। लिफ्ट आपरेटर दास ने पहले पूनम के गहने बेच दिए और उससे मिला पैसा बिहार में अपने परिवार के पास भेज दिया। आरोपी को शक था कि दास की उसकी सौतेली बेटी तथा सौतेले बेटे की पत्नी पर बुरी नजर थी।
आरोपियों ने दास को नशे की दवा घोलकर पिलाई थी और बेहोश होने के बाद उन्होंने उसकी हत्या के लिए एक चाकू और खंजर का इस्तेमाल किया। इसके बाद उन्होंने उसका गला काट दिया और शव के टुकड़े-टुकड़े करने से पहले खून पूरी तरह बह जाने का इंतजार किया।
अपराध शाखा को सौंपी गई थी मामले की जांच
पुलिस के मुताबिक जून में संदिग्ध हालत में शरीर के टुकड़े मिलने के बाद अपराध शाखा ने इस मामले को सुलझाने की कोशिश की। इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और घर-घर जाकर पूछताछ की गई। सीसीटीवी के कई सबूत मिले और बाद में दास की गुमशुदगी के बारे में पता चला। शव की शिनाख्त दास के तौर पर हुई जिसके बाद पुलिस को दोनों पर इसलिए शक हुआ क्योंकि उन्होंने दास की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। उन्हें सीसीटीवी फुटेज दिखाया गया तो उन्होंने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया।