Coronavirus, Covid-19, Nurse Protest in Jharkhand: कोरोना के खिलाफ लड़ाई में स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका की सभी सराहना कर रहे हैं। इस बीच झारखंड के बोकारो जिले के सरकारी अस्पताल की नर्सों ने बड़ी लापरवाही के खिलाफ आवाज उठाई है। सोमवार (13 अप्रैल, 2020) को Bokaro General Hospital (बीजीएच) में कार्यरत नर्सों ने डीएमएस कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन कर रही नर्सों का कहना था कि अस्पताल में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जरुरी उपाय नहीं किये जा रहे हैं। नर्सों का आरोप है कि सीसीयू (क्रिटिकल केयर यूनिट) में कोरोना संक्रमित मरीज की मौत के बाद भी उसे सेनेटाइज नहीं किया गया है और ना ही उसे बंद किया गया है। नर्सों का कहना है कि यहां तक की उसमें एक मरीज का इलाज भी चल रहा है।
‘प्रभात खबर’ की रिपोर्ट के मुताबिक इस अस्पताल में 200 से अधिक नर्स और 70 से ज्यादा ट्रेनी नर्स हैं। इनमें से कुछ नर्सों का यह भी आरोप है कि अस्पताल में सीनियर चिकित्सकों की भारी कमी है और जबरदस्ती उनसे ड्यूटी कराई जा रही है। इतना ही नहीं ड्यूटी से इनकार करने पर उन्हें धमकी दी जा रही है कि उनका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा।
नर्सों का कहना है कि ड्यूटी के बाद उन्हें क्वारन्टीन किये जाने की भी कोई सुविधा नहीं है। लिहाजा घर जाने के बाद उन्हें अपने परिजनों को भी कोरोना होने का डर सताता है। अस्पताल की नर्सों ने कामकाज रोक कर आज प्रदर्शन किया है। नर्सों ने बताया है कि अस्पताल में सफाईकर्मियों की किल्लत है जिसकी वजह से संक्रमण फैलने का खतरा काफी ज्यादा बना हुआ है।
आपको बता दें कि झारखंड में कोरोना से पहली मौत का मामला बोकारो से ही आया था। यहां एक बुजुर्ग की मौत के बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए उनके घर के सदस्यों को तुरंत क्वारन्टीन किया था। इसके अलावा इस अस्पताल के कई चिकित्सकों को भी क्वारन्टीन में भेज दिया गया था।
आपको बता दें कि कोरोना से संक्रमित मरीजों के बीच चिकित्सक अपनी जान हथेली पर रखकर काम कर रहे हैं। सरकार इन चिकित्सकों को सभी सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने की बात भी लगातार कह रही है।