Coronavirus (COVID-19), Lockdown4.0: देश में अभी लॉकडाउन की स्थिति है। किसी को भी बिना वजह सड़क पर घूमने की इजाजत अभी नहीं दी गई है। लेकिन नशे के कारोबारी जिस तरह से इस लॉकडाउन में अपना धंधा चला रहे थे उसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने लॉकडाउन में 2 करोड़ रुपए के ड्रग्स के साथ 2 लोगों को पकड़ा है। नशे के ये सौदागर E-Pass बनवा अपना कारोबार चला रहे थे।
दरअसल 29 मई को पुलिस को जानकारी मिली थी कि झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाके हजारीबाग से 2 लोग ड्रग्स की बड़ी खेप लेकर दिल्ली में घुसने की तैयारी में है। जिसके बाद पुलिस ने इन्हें दबोचने के लिए जाल बिछाया। बुरारी चौक के पास पुलिस ने एक Etios कार को चेकिंग के लिए रोका।
जांच-पड़ताल के दौरान गाड़ी की डिक्की में रखे ड्रग्स पर पुलिस की नजर पड़ी। पुलिस ने उसी वक्त कार में सवार इन दोनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों की पहचान शान मसीह और चेतन पाटिल के तौर पर हुई है। इन दोनों से पूछताछ में जो खुलासे हुए उसे सुनकर पुलिस भी चौक गई।
खुलासा हुआ कि यह दोनों लॉकडाउन के बाद से E-Pass बनवा कर ड्रग्स सप्लाई करते थे। 2 करोड़ रुपए की यह ड्रग्स पंजाब में सप्लाई की जानी थी। दोनों आरोपियों की उम्र 28 साल है और दोनों ही पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले थे।
यह भी पता चला कि लॉकडाउन लगने के बाद से इन दोनों ने 2 बार ई-पास का गलत इस्तेमाल किया था। दोनों ही बार प्रशासन द्वारा निर्गत किये गये पास के जरिए इन लोगों ने ड्रग्स की सप्लाई की थी लेकिन तीसरी खेप पहुंचाते वक्त यह पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
ई-पास होने की वजह से यह दोनों सैकड़ों किलोमीटर का सफर आसानी से कर लिया करते थे। बहरहाल अब पुलिस ने इन दोनों से पूछताछ कर रही है और ड्रग्स तस्करी के धंधे में जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
कोरोना वायरस के संक्रमण के चेन तो तोड़ने के लिए देश में लॉकडाउन किया गया है। हालांकि जरुरी कामों के लिए अलग-अलग राज्यों द्वारा आम लोगों को पास मुहैया कराया जा रहा है।
