Coronavirus, (COVID-19) Kashmiri Pandit Sarpanch Murder Case: जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडित की हत्या का बदला हमारे बहादुर जवानों ने ले लिया है। हत्या के आरोपी हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकी को एनकाउंटर में मार गिराया गया है। कश्मीर पुलिस के IG विजय कुमार ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि कश्मीरी पंडित सरपंच अजय भारती की हत्या में हिज्बुल मुजाहिद्दीन का हाथ था। आतंकवादी का नाम उमर था। पुलिस के मुताबिक हाल ही मुठभेड़ के दौरान उमर को ढेर किया गया है और प्रत्यक्षदर्शियों ने उसके मारे जाने की पुष्टि कर दी है।
कश्मीरी पंडित सरपंच को घर के पास मारी थी गोली: आपको याद दिला दें कि इसी महीने की 8 तारीख की शाम 6 बजे दक्षिण कश्मीर के लार्कीपोरा के लुकभावन गांव के सरपंच अजय पंडित को उनके घर के सामने गोली मार दी गई थी। बेहद ही नाजुक हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन वहां उनकी मौत हो गई थी। उस वक्त यह कहा जा रहा था कि लश्कर-ए-तैय्यबा इस हत्याकांड में शामिल हो सकता है। लेकिन अब इसमें दूसरे आतंक गुट के हाथ होने की बात पुलिस ने कही है।
पंडितों की घर वापसी के लिए कर रहे थे काम: अजय पंडित करीब 2 साल पहले साउथ कश्मीर आए थे। वो उन चंद कश्मीरी पंडितों में शामिल थे जिन्होंने कश्मीर में 1980-90 के बाद दोबारा अपना आशियाना बनाया था। अजय पंडित घाटी में कश्मीरियों की वापसी के लिए काम कर रहे थे। कांग्रेस पार्टी के लिए काम करने वाले अजय पंडित अलग-अलग समुदायों के बीच जाकर उन्हें समझाते और सद्भावना बनाए रखने की अपील करने के लिए जाने जाते थे। खास बात यह भी है कि अजय पंडित के मुस्लिम पड़ोसी उन्हें सिद्धांतों वाला व्यक्ति और स्पष्ट नजरिये वाला इंसान मानते थे।
‘अजय पंडित को अपनी हत्या का अंदेशा था’: अजय पंडित की हत्या के बाद कांग्रेस के एक नेता ने कहा था कि अजय पंडित को अपनी हत्या का अंदेश पहले से था। उन्होंने सरकार से सुरक्षा भी मांगी थी लेकिन उन्हें सुरक्षा देने से इनकार कर दिया गया था। सरपंच की मौत के बाद जम्मू-कश्मीर में लोगों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन भी किया था।
बहरहाल अजय पंडित के हत्यारे को मौत की नींद सुलाने के बाद अभ पुलिस ने यह भी जानकारी दी है कि साल 2020 में अब तक 94 आतंकवादी मारे गए हैं। पुलिस का कहना है कि अब उनका फोकस नॉर्थ कश्मीर की तरफ है। वहीं हंदवाड़ा में 11 जून को पाकिस्तान प्रायोजित नार्को-टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड होने के बाद इसकी जांच चल रही है। पुलिस का कहना है कि इस मॉड्यूल से जुड़े कुछ और लोगों की भी गिरफ्तारी आगे की जा सकती है।