India Lockdown, Gathering at Bandra Railway Station: लॉकडाउन के दौरान बांद्रा स्टेशन पर घर जाने के लिए हजारों मजदूरों की भीड़ कैसे जुटी? इसको लेकर कई तरह की बातें कही जा रही हैं। अब एक वायरल वीडियो के आधार पर यह कहा जा रहा है कि यह भीड़ यहां सुनियोजित तरीके से बुलाई गई थी। यह भी कहा जा रहा है कि इनमें से कोई घर जाने वाला नहीं था क्योंकि इनके पास सामान नहीं था। जिस वीडियो के जरिए यह सभी दावे किये जा रहे हैं उस वायरल वीडियो में सुनाई दे रहा है कि इसमें 2 शख्स आपस में बातचीत कर रहे हैं। कोई शख्स यह कह रहा है कि ‘कुछ डिसाइड हुआ या नहीं, कोई आ रहा है या नहीं…इसपर वहीं मौजूद दूसरा शख्स कहता है कि बोला है मीडिया वाला आने वाला है।

टाइम दिया था क्या? हां चार बजे…चार बजे बुलाया तो अभी से ही क्यों खड़े हो गए,,बहुत जल्दी खड़े हो गए….क्या करेंगे…गांव जाने के लिए…इसकी-उसकी सुनने की जररुत नहीं है। सीधा बोलना है कि कोई हमारी सुन नहीं रहा है…गांव जाना नहीं है तो कहना है कि एक-एक को 15,000 रुपए दे दो…हम लोग यही रह जाएंगे…खड़े हो जाओ यहां..खुद ही आकर दे देगा।’

कई न्यूज चैनल्स ने भी इस वीडियो को चलाया है। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता कपिल मिश्रा ने भी इस न्यूज चैनल के क्लिप को ट्वीट कर कहा है कि ‘ये हैं बांद्रा का सच। भीड़ को बुलाया गया – सिखाया गया और तैयार किया गया। मीडिया को टाइम देकर बुलाया गया। ना कोई बैग, ना कोई सामान। इनमें से कोई घर जाने के लिए नहीं आया था। कल जब मैंने सवाल उठाए तो कुछ पत्रकार और नेता मुझ पर ही हमले करने लगे।’

बहरहाल आपको बता दें कि बांद्रा स्टेशन पर भीड़ जुटने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विनय दुबे नाम के एक शख्स को गिरफ्तार भी किया है। विनय दुबे पर आरोप है कि उसने प्रवासी मजदूरों को घर जाने के लिए उकसाया है।

14-15 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने की बात कह कर विनय दुबे ने ही प्रवासियों को वहां इकठ्ठा किया था। बहरहाल इस मामले में अभी मुंबई पुलिस कई अन्य एंगल से भी जांच कर रही है।