महाराष्ट्र के पुणे में ट्रेनिंग कर रही महिला लेफ्टिनेंट कर्नल की बुधवार की सुबह कथित तौर पर खुदकुशी करने से मौत हो गई। घटना के पीछे की वजह साफ नहीं हो पाया है। पुलिस को उनके पिता का एक पुराना पत्र मिला है। उसके आधार पर पुलिस इसे पारिवारिक विवाद मान रही है।

महिला की उम्र करीब 43 वर्ष है। वह उत्तराखंड की रहने वाली है और जयपुर में तैनात थी। फिलहाल वह तीन महीने के सैन्य प्रशिक्षण के लिए पुणे आई थी। महिला लेफ्टिनेंट की शादी एक कर्नल रैंक के अधिकारी से हुई थी और इन दिनों उनका तलाक का केस चल रहा था। पुलिस पिता के पत्र के आधार पर जांच आगे बढ़ा रही है। महिला के पिता सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं।

उधर, महाराष्ट्र के पुणे शहर में एक किशोरी की सड़क पर चाकू मारकर हत्या किये जाने के एक दिन बाद, पुलिस ने मामले के संबंध में 22 वर्षीय मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और तीन नाबालिगों को हिरासत में ले लिया। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, 14 वर्षीय लड़की के दूर के रिश्तेदार ने ”एकतरफा प्रेम संबंध” के चलते उसकी हत्या की। वह आठवीं कक्षा की छात्रा थी। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री तथा पुणे के जिला संरक्षक मंत्री अजीत पवार ने बुधवार को इस घटना को ”बेहद निंदनीय” और “मानवता को शर्मसार” करने वाली करार दिया।

पुलिस के अनुसार, लड़की शाम करीब 5.45 बजे बिबेवाड़ी इलाके के यश लॉन में कबड्डी अभ्यास के लिए जा रही थी, तभी चारों आरोपी मोटरसाइकिल पर आए। उन्होंने कहा कि दो आरोपी मोटरसाइकिल पर ही रहे, जबकि मुख्य आरोपी शुभम भागवत सहित अन्य दो ने कथित तौर पर उसके गले और शरीर के अन्य हिस्सों पर कई बार धारदार हथियारों से हमला किया। बिबेवाड़ी थाने के वरिष्ठ निरीक्षक सुनील जावरे ने कहा था कि हमले से लड़की की मौके पर ही मौत हो गई।

पुणे के पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”हमने मामले में शामिल 22 वर्षीय मुख्य आरोपी और तीन अन्य किशोरों को गिरफ्तार कर लिया है और जांच जारी है।” जावरे ने कहा कि शुभम लड़की का दूर का रिश्तेदार है और उसके घर पर रहता था। अधिकारी ने कहा, ”चूंकि उसे लड़की से एकतरफा प्यार हो गया था, इसलिए उसके माता-पिता ने उसे घर छोड़ने के लिए कहा था।”

राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने मंगलवार को क्रूर कृत्य की निंदा की थी और पुलिस से त्वरित कार्रवाई करने को कहा था। बुधवार को पवार ने एक बयान में कहा कि यह घटना ”बेहद निंदनीय” और ”मानवता को शर्मसार” करने वाली है। उन्होंने कहा कि पुणे जैसे सभ्य शहर में नाबालिग लड़की की निर्मम हत्या का यह मामला ”सामाजिक पतन का गंभीर संकेत” है। उन्होंने कहा, ”इस असामाजिक मानसिकता को खत्म करने के बारे में गंभीरता से सोचने का समय आ गया है।”