छत्तीसगढ़ से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने रविवार को बताया कि यहां के एक 20 वर्षीय इलेक्ट्रीशियन ने कथित तौर पर एक म्यूजिक सिस्टम के स्पीकर में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) लगाकर उसे उस महिला के पति को गिफ्ट में भेज दिया, जिस पर उसका क्रश था।
गूगल सर्च हिस्ट्री देख चौंकी पुलिस
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी ने ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स की मदद से IED को इस तरह डिज़ाइन किया था कि प्लग लगाते ही उसमें विस्फोट हो जाए। अधिकारियों ने बताया कि उसकी गूगल सर्च हिस्ट्री से पता चला कि वो “बिना पुलिस की गिरफ़्त में आए बम से किसी की हत्या कैसे की जाए” सर्च कर रहा था।
रिपोर्ट के मुताबिक खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले की पुलिस ने बताया कि इस शख्स की गिरफ़्तारी के साथ ही, पुलिस ने न केवल एक सुनियोजित हत्या की साजिश को नाकाम किया है, बल्कि एक विस्फोटक तस्करी रैकेट का भी पर्दाफाश किया है जो आरोपी को जिलेटिन की छड़ें मुहैया कराता था।
बता दें कि अप्रैल 2023 में इसी तरह के एक मामले में, एक नवविवाहित शख्स और उसके बड़े भाई की मौत हो गई थी, जब पड़ोसी कबीरधाम जिले में उनकी पत्नी के पूर्व प्रेमी से शादी के तोहफे में मिले होम थिएटर म्यूजिक सिस्टम में उनके घर में विस्फोट हो गया था।
छह अन्य लोगों को भी किया गिरफ्तार
खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) लक्ष्य शर्मा ने न्यूज एजेंसी को बताया कि इस ताजा मामले में मुख्य आरोपी विनय वर्मा और छह अन्य को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, अन्य आरोपियों की पहचान परमेश्वर वर्मा (25), गोपाल वर्मा (22), घासीराम वर्मा (46), दिलीप धीमर (38), गोपाल खेलवार और खिलेश वर्मा (19) के रूप में हुई है।
यह साजिश तब सामने आई जब तीन-चार दिन पहले गंडई थाना क्षेत्र के मानपुर गांव की एक दुकान पर एक संदिग्ध पार्सल पहुंचा, जो बड़े करीने से गिफ्ट-रैप में लिपटा हुआ था और जिस पर नकली भारतीय डाक का लोगो लगा हुआ था। यह पार्सल गांव के रहने वाले अफसर खान के नाम पर था, जो टारगेट था। अधिकारी ने बताया कि इसे संदिग्ध पाकर खान ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
एसपी ने बताया कि ATS ने पैकेट की जांच की और एक नए स्पीकर के अंदर 2 किलो का आईईडी छिपा हुआ पाया। तकनीकी विश्लेषण से पता चला कि आईईडी को बिजली के सोर्स से प्लग लगाते ही विस्फोट करने के लिए डिजाइन किया गया था। अधिकारी ने बताया कि करंट स्पीकर की वायरिंग से जुड़े एक डेटोनेटर तक पहुंचता था, जिससे विस्फोट हो जाता था।
उन्होंने बताया कि जिलेटिन की छड़ों का इस्तेमाल मुख्य विस्फोटक के रूप में किया गया था और स्पीकर का बाहरी आवरण विस्फोट होने पर घातक छर्रों का काम करता था। अधिकारी ने बताया कि जाँच से पता चला है कि खैरागढ़ के कुसमी गाँव निवासी विनय वर्मा ने खान की हत्या की साजिश रची थी।
महिला से एकतरफा प्यार करता था शख्स
इलेक्ट्रीशियन वर्मा ने स्पीकर खरीदा और ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स की मदद से आईईडी तैयार किया। शर्मा ने बताया कि उसके मोबाइल फोन की गूगल सर्च हिस्ट्री में “पुलिस की गिरफ़्त में आए बिना बम से किसी की हत्या कैसे करें” लिखा था। आरोपी खान की पत्नी से उसके कॉलेज के दिनों से ही एकतरफा प्यार करता था।
उन्होंने बताया कि कुछ महीने पहले खान से शादी करने के बाद, वर्मा ने कथित तौर पर उसे खत्म करने की साजिश रची। आगे की जांच से पता चला कि उपकरण में इस्तेमाल किए गए विस्फोटक छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की एक पत्थर की खदान से चुराए गए थे।
दुर्ग निवासी परमेश्वर ने कथित तौर पर दुर्ग के ही गोपाल और दिलीप से जिलेटिन की छड़ें खरीदने के लिए 6,000 रुपये दिए। अधिकारी ने बताया कि घासीराम ने विस्फोटक पहुंचाए, जबकि खिलेश पर पार्सल पर इस्तेमाल किए गए नकली इंडिया पोस्ट लोगो को तैयार करने का आरोप है।
सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी
गोपाल की मदद से वर्मा ने आखिरकार विस्फोटकों से भरा गिफ्ट खान की दुकान तक पहुंचाया। उन्होंने बताया कि दुर्ग में गोपाल और दिलीप के ठिकानों पर बाद में की गई छापेमारी में 60 जिलेटिन की छड़ें और दो डेटोनेटर ज़ब्त किए गए। उन्होंने बताया कि विस्फोटक पथरिया इलाके की एक खदान से अवैध रूप से लाए गए थे, जिसके संचालक से भी पूछताछ की जाएगी।
शर्मा ने कहा, “इस कार्रवाई ने न केवल एक सुनियोजित हत्या को नाकाम कर दिया, बल्कि क्षेत्र में अवैध विस्फोटक आपूर्ति के एक नेटवर्क का भी पर्दाफाश किया।” उन्होंने आगे कहा कि आगे की जाँच जारी है और अपराध में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।