Cattle smuggling case: पश्चिम बंगाल में कथित मवेशी तस्करी मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) तृणमूल कांग्रेस नेता अनुब्रत मंडल से जुड़ी 10 संपत्तियों की जांच कर रही है। अब माना जाना रहा है कि मंडल की बेटी समेत 10 कर्मचारी भी सीबीआई की रडार में हैं। बता दें कि, टीएमसी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को इस महीने की शुरुआत में सीबीआई ने कथित मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार किया था।

CBI कर रही मंडल की बेटी की कंपनियों के लेन-देन की जांच

इस मामले में सीबीआई के अधिकारी मंडल की बेटी सुकन्या मंडल से जुड़े कथित अवैध लेनदेन की भी जांच कर रहे हैं, जो बीरभूम स्थित कई कंपनियों की निदेशक हैं। इन कंपनियों को कथित तौर पर दो साल के अंदर ही अधिग्रहित/स्थापित किया गया था। एजेंसी इन संस्थाओं से जुड़े लेनदेन की जांच कर रही है। ऐसे में आने वाले दिनों में एक्शन इन सभी लोगों पर भी हो सकता है।

स्टाफ सदस्य भी CBI की रडार पर

टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक, टीएमसी लीडर अनुब्रत मंडल के स्टाफ सदस्यों और उनकी घोषित आय के सोर्स, संपत्तियों का मूल्यांकन व उनका मिलान करने के लिए भी जांच चल रही है। हालांकि, करीबी मानते हैं कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा खुलेआम अपने समर्थन के बाद अनुब्रत मंडल का हौंसला बढ़ा हुआ है।

CM ममता बनर्जी ने मंडल का किया समर्थन

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कथित मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार किए गए टीएमसी नेता मंडल का समर्थन करते हुए केंद्रीय एजेंसियों पर हमला बोला था। ममता बनर्जी ने साफ शब्दों में कहा था कि एक केष्टो (अनुब्रत मंडल) की गिरफ्तारी से लाख केष्टो पैदा होंगे। आपको बता दें कि बीरभूम में अनुब्रत मंडल को सभी लोग “केष्टो दा” के नाम से ही बुलाते और जानते हैं।

बेटी से मिलना चाहते हैं अनुब्रत मंडल

मंडल ने अब तक जांच अधिकारियों के साथ को-ऑपरेट नहीं किया है। सूत्रों के मुताबिक, मंडल ने कथित हेराफेरी के लिए अपने बॉडीगार्ड सहगल हुसैन को दोषी ठहराया है और दावा किया है कि वह टीएमसी पदाधिकारी के नाम पर अवैध कामों को अंजाम दे रहा था। पिछले हफ्ते, मंडल ने अपने वकील से यह भी कहा कि वह अपनी बेटी से मिलना चाहते हैं। ज्ञात हो कि पर्थ चटर्जी के बाद मंडल का नाम टीएमसी की दूसरी हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी में से एक है।