एनसीपी प्रमुख शरद पवार का नाम दाऊद इब्राहिम से जोड़ने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। इस मामले में आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इसमें निलेश राणे पर आरोप है कि उन्होंने शरद पवार का नाम दाऊद से जोड़ा था। पुलिस ने यह मामला एनसीपी नेता सूरज चव्हाण की शिकायत पर दर्ज किया है।
आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में भाजपा विधायक नितेश राणे और निलेश राणे के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 153 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना), 499 (मानहानि) और 500 (मानहानि की सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं, इस पूरे मामले में नितेश राणे ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। नितेश ने कहा कि, मेरे और मेरे भाई के खिलाफ मेरे ओर से दिए गए बयान पर मामला दर्ज किया गया है।
पूरे मामले में बोलते वक्त नितेश राणे ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर महा विकास आघाडी और पवार जी को दाऊद इब्राहिम से इतना प्यार है तो उन्हें केबिन से गांधी जी की फोटो हटा देनी चाहिए। साथ ही गांधी जी की जगह दाऊद की फोटो लगा लें। महा विकास आघाडी सरकार का राजफाश करने के चलते हमारे खिलाफ केस दर्ज किये जा रहे हैं।
नितेश ने कहा कि, महाराष्ट्र में सच्चाई बोलना भी गुनाह हो गया है। यहां कोई भी सच बोलेगा तो उसे तुरंत नोटिस भेजकर एफआईआर दर्ज कर ली जाती है। शिकायत में कहा गया है कि आजाद मैदान की एक रैली में नितेश राणे ने आरोप लगाया था कि नवाब मलिक को दाऊद से जुड़े मनी लांड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया है। ऐसे में सरकार उनसे इस्तीफ़ा क्यों नहीं ले रही है, क्योंकि मलिक कोई संत नहीं है।
इसके अलावा, निलेश राणे ने एक प्रेस कांफ्रेंस में शरद पवार की आलोचना करते हुए सवाल खड़े किए थे। इसके अलावा, पूछा था कि शरद पवार मलिक को इस्तीफ़ा देने के लिए क्यों नहीं कह रहे हैं। शिकायत में एनसीपी नेता सूरज चव्हाण ने यह भी कहा है कि निलेश राणे ने यह भी सवाल किया था कि क्या पवार का दाऊद से कोई संबंध है और कहा कि पवार महाराष्ट्र में दाऊद के आदमी हैं।