मुस्लिम यात्रियों को नमाज पढ़ने के लिए बस रोकने वाले कंडक्टर मोहित यादव का शव सोमवार को उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के पास रेलवे ट्रैक पर मिला। कंडक्टर मोहित पर आरोप था कि उन्होंने मुस्लिम यात्रियों को नमाज पढ़ने के लिए दिल्ली जाने वाली बस रोक दी थी। जिसके बाद सड़क पर दो मुस्लिम यात्रियों ने नमाज पढ़ी थी। इस घटना के बाद उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया था। अब कुछ महीने बाद 32 साल के पूर्व बस कंडक्टर मोहित यादव का शव सोमवार को उत्तर प्रदेश में मैनपुरी के पास रेलवे ट्रैक पर मिला।
रिपोर्ट के अनुसार, शव के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है लेकिन मोहित यादव के परिवार ने दावा किया है कि उन्होंने सुसाइड किया है। मोहित के साथियों ने कहा कि उसकी नौकरी चली गई थी। उसके पास पैसे नहीं थे। वह भावनात्मक रूप से परेशान था। वह अपनी बर्खास्तगी रद्द कराने में सफल नहीं हो सका। इसके बाद ही उसने ट्रेन के सामने कूद कर अपनी जान दे दी।
मोहित को लगता था उसे बिना गलती के सजा मिली है
मोहित यादव के चचेरे भाई टिंकू यादव ने कहा मोहित को लगा कि उसे बिना किसी कारण ही निलंबित कर दिया गया है। कुछ यात्रियों ने टॉयलेट जाने की बात कहकर बस रोकने के लिए आग्रह किया था। इसके बाद बस रोक दी गई थी। इसी बीच दो यात्री नमाज पढ़ने लगे। अधिकारियों ने घटना के वीडियो के आधार पर कार्रवाई की। उन्होंने मोहित से स्पष्टीकरण नहीं मांगा। मोहित बहाल न किए जाने से उदास था। मोहित यादव के चचेरे भाई टिंकू मैनपुरी में एक ट्रैवल एजेंसी चलाते हैं।
बस के ड्राइवर केपी सिंह ने भी घटना के बारे में टिंकू यादव के बयान का समर्थन किया। उन्होंने बताया कि बरेली बस अड्डे से निकलने के कुछ किलोमीटर बाद कुछ यात्रियों ने टॉयलेट जाने के लिए बस रोकने का अनुरोध किया। बस रुकी तो दो यात्री सड़क किनारे नमाज पढ़ने लगे। ड्राइवर ने बताया कि बस उस स्थान पर करीब तीन मिनट तक रुकी रही। घटना सामने आने के बाद से सिंह को भी निलंबित कर दिया गया है।
सोमवार सुबह रेलवे ट्रैक पर मिला शव
चचेरे भाई टिंकू यादव ने कहा कि सोमवार की सुबह एक पुलिस अधिकारी से सूचना मिली कि मोहित का शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा है। मौके पर पहुंचकर शव की पहचान की गई। जिस रेलवे ट्रैक पर शव मिला वह मोहित यादव के घर से लगभग एक किलोमीटर दूर है।
इस मामले में कार्यवाहक जीआरपी (मैनपुरी) थाना प्रभारी ओम कार ने कहा कि मृतक के परिवार ने अब तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। अधिकारी के अनुसार, आशंका है कि मौत किसी दुर्घटना के कारण हुई होगी। नगला कुशली गांव के रहने वाले मोहित यादव के परिवार में उनकी पत्नी रिंकी और एक चार साल का बेटा है। वह लगभग 10 सालों से उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में संविदा के आधार पर कंडक्टर के रूप में काम कर रहे थे।