पंजाब पुलिस ने रविवार (24 अप्रैल) को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। दरअसल, पंजाब पुलिस के हाल ही में गठित एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने मोस्ट वांटेड आतंकी और आतंकवादी मॉड्यूल बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के एक सक्रिय सदस्य को मोहाली के डेरा बस्सी के लाली गांव से गिरफ्तार किया है। आतंकी की पहचान चरणजीत सिंह उर्फ ​​पटियालवी के रूप में की गई, जो पिछले 12 सालों में अलग-अलग पहचान और पते पर रहकर गिरफ्तारी से बच रहा था।

मामले में जानकारी देते हुए एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स के उप महानिरीक्षक गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि गुप्त सूचना के आधार पर पटियालावी की गिरफ्तारी हुई है। बताया जा रहा है कि एजीटीएफ की टीमों ने उसे डेरा बस्सी के लाली गांव में गुरुद्वारा साहिब के पास से गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, पटियालवी साल 2010 में पंजाब पुलिस द्वारा भंडाफोड़ किए गए बीकेआई आतंकवादी मॉड्यूल का एक सक्रिय सदस्य था।

पुलिस के मुताबिक, चरणजीत सिंह उर्फ ​​पटियालवी साल 2007 में शिंगार सिनेमा लुधियाना बम विस्फोट, काली माता मंदिर, पटियाला और अंबाला में अन्य विस्फोटों में शामिल था। इसके अलावा वह बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकवादी मॉड्यूल का एक सक्रिय सदस्य था। पटियालवी के अन्य सभी साथियों को साल 2010 में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। एजीटीएफ उप महानिरीक्षक गुरप्रीत सिंह भुल्लर के अनुसार, वह पश्चिम बंगाल में था।

एजीटीएफ उप महानिरीक्षक भुल्लर ने कहा, “चरणजीत सिंह उर्फ पटियालवी पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में एक गुरुद्वारा साहिब में एक ग्रंथी के रूप में रह रहा था और उसने सभी तरह के संपर्क खुद से अलग कर रखे थे। भुल्लर ने आगे कहा कि उसके पास से पश्चिम बंगाल के पते पर अलग-अलग पहचान पत्र भी बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि चरणजीत सिंह उर्फ ​​पटियालवी, पटियाला के बुट्टा सिंह वाला गांव का रहने वाला है।

उप महानिरीक्षक भुल्लर ने बताया कि पटियालवी को मच्छीवारा पुलिस स्टेशन में जुलाई 2010 में दर्ज एक मामले में धारा 4 और 5 (विस्फोट करने/ विस्फोटक बनाने / रखने के लिए), विस्फोटक अधिनियम, धारा 17 (आतंकवादी अधिनियम के लिए धन जुटाना), 18 (साजिश) और 20 (एक आतंकवादी गिरोह का सदस्य होना) और गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत भगोड़ा घोषित किया गया था।

मीडियाकर्मियों से बात करते हुए भुल्लर ने बताया कि पटियालावी के पूर्व सहयोगी मृत आतंकवादी बुट्टा सिंह वाला के गुरमेल सिंह बोबा को इस मामले में डेटोनेटर और आरडीएक्स की बरामदगी के साथ गिरफ्तार किया गया था। डीआईजी भुल्लर ने कहा कि हम इस मामले में जांच कर रहे हैं व आगे और गिरफ्तारियां और महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं।