झारखंड में राजनीतिक संकट के बीच पुलिस ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी और सात अन्य लोगों देवघर एयरपोर्ट से टेक-ऑफ के लिए एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से जबरन मंजूरी लेने के मामले में एफआईआर दर्ज की है। घटना 31 अगस्त की है, जिसमें एयरपोर्ट सुरक्षा प्रभारी सुमन आनंद ने शिकायत दर्ज कराई है।
आपको बता दें, जुलाई महीनें में झारखंड के देवघर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एयरपोर्ट का उदघाटन किया था। हालांकि, अभी तक इस एयरपोर्ट से रात में विमान उड़ाने के लिए मंजूरी नहीं दी गई है। देवघर एयरपोर्ट पर अभी केवल सूर्यास्त से आधे घंटे पहले तक ही विमान सेवाओं की इजाजत है।
एयरपोर्ट के सुरक्षा प्रभारी सुमन आनंद द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि 31 अगस्त को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे अपने बेटों, मनोज तिवारी समेत अन्य लोगों के साथ ही सिक्योरिटी वाले एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) एरिया में दाखिल हुए और अधिकारियों को अपने चार्टर्ड विमान को टेक-ऑफ करने के लिए मजबूर किया। वहीं, सांसद निशिकांत दुबे ने देवघर डीसी के खिलाफ भी केस दर्ज कराया है। इसके अलावा, सांसद दुबे ने देवघर डीसी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया और उन्हें सीएम का ‘चमचा’ बता दिया।
पुलिस ने इस मामले में कहा कि एयरपोर्ट के सुरक्षा प्रभारी सुमन आनंद ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी और एयरपोर्ट निदेशक सहित नौ लोगों पर दूसरों की जान के खतरे में डालने समेत कई आरोप लगाए है। कुंडा थाने में दोनों सांसदों निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी और एयरपोर्ट के डायरेक्टर सहित नौ लोगों पर आईपीसी की धारा 336, 447 और 448 के तहत केस दर्ज किया गया है।
घटना के बाद देवघर डीसी ने प्रमुख सचिव, कैबिनेट को-ऑर्डिनेशन (नागरिक उड्डयन), झारखंड को पत्र लिखा है। एक अन्य पत्र में एयरपोर्ट के सुरक्षा प्रभारी ने बताया कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और अन्य लोगों द्वारा की गई एयरपोर्ट की सिक्योरिटी ब्रीच व एटीसी रूम में आने से हैरान थे। सुरक्षा प्रभारी ने कहा कि सांसद के अलावा पायलट और अन्य यात्रियों ने भी टेकऑफ के लिए दबाव बनाया। जिसके बाद उन्हें एटीसी द्वारा मंजूरी दी भी गई। 31 अगस्त को स्थानीय सूर्यास्त का समय शाम 06.03 बजे था और विमान सेवाएं शाम 05.30 बजे तक संचालित की जानी थीं।