Bathinda Crime News:बठिंडा के एक कारोबारी के अपहरण और करोड़ों की जबरन वसूली या लूट में कथित तौर पर शामिल होने को लेकर पंजाब पुलिस ने अपने एक कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया। लूटे गए 1.01 करोड़ रुपये में से 75 लाख रुपये बरामद करने के एक दिन बाद पुलिस ने सोमवार को यह बड़ी कार्रवाई की। गिरफ्तार कांस्टेबल रविंदर को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

बर्खास्त SI नवीन फोगाट, कांस्टेबल शिव कुमार और तीन अन्य आरोपी अभी भी फरार

इस मामले में रविवार को सेवा से बर्खास्त किए गए सब इंस्पेक्टर (SI) नवीन फोगाट, कांस्टेबल शिव कुमार और तीन अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं। फरार तीनों आरोपी की पहचान सर्वेश, जेतिंदर और गिल के रूप में की गई है। बठिंडा के एक कारोबारी संजय गोयल ने रविवार को पुलिस में शिकायत की थी कि सेक्टर 39 पुलिस स्टेशन के तत्कालीन अतिरिक्त SHO नवीन फोगट और अन्य लोगों ने उनका अपहरण कर लिया और 1.01 करोड़ रुपये लूट लिए।

पुलिस वालों ने दी हेरोइन तस्करी और Arms Act के तहत झूठे मामलों में फंसाने की धमकी

इसके अलावा उन्हें हेरोइन तस्करी और शस्त्र अधिनियम (Arms Act) के तहत झूठे मामलों में फंसाने की धमकी दी गई। संजय गोयल ने 4 अगस्त को मामले की शिकायत की थी। बाद में संजय गोयल को मुक्त कर दिया गया। जब उन्होंने 5 अगस्त को अपने ही पुलिस स्टेशन में नवीन फोगट का सामना किया तो कारोबारी को बर्खास्त पुलिस अधिकारी द्वारा 75 लाख रुपये वापस मिल गए। हालांकि उन्होंने झूठा दावा किया कि लौटाई गई रकम 85 लाख रुपये है।

गैंगस्टर राजवीर सिंह उर्फ ​​सोनू शाह के परिवार की सुरक्षा में तैनात था फरार कांस्टेबल शिव

सूत्रों ने बताया कि फरार कांस्टेबल शिव कुमार बुड़ैल के मारे गए गैंगस्टर राजवीर सिंह उर्फ ​​सोनू शाह के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा में तैनात था। कथित तौर पर सितंबर 2019 में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के सदस्यों द्वारा दिनदहाड़े सोनू शाह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मारे गए गैंगस्टर के परिजनों को खतरे की आशंका के आधार पर पलिस सुरक्षा दी गई थी।

आरोपी कांस्टेबल रविंदर के बचाव में वकील ने अदालत में दी ‘कर्तव्य निभाने’ की दलील

इस बीच, आरोपी रविंदर के बचाव पक्ष के वकील ने अदालत में दलील दी कि कांस्टेबल ने अपने वरिष्ठ फोगाट के निर्देशों का पालन किया था। वकील ने दावा किया कि रविंदर ने केवल अपना कर्तव्य निभाया। संजय गोयल ने रविवार को बर्खास्त सब इंस्पेक्टर और तीन अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। उनकी पहचान बठिंडा के सर्वेश, जेतिंदर और मोहाली के अंकित गिल के रूप में हुई है।

दागी अतीत वाले UT पुलिसकर्मियों के खिलाफ सुधार के लिए उपाय

यूटी पुलिसकर्मियों से जुड़े बार-बार भ्रष्टाचार के मामलों से परेशान एसएसपी (UT) कंवरदीप कौर ने कहा कि उन पुलिस कर्मियों के खिलाफ एहतियाती कदम उठाए जाएंगे जो पहले किसी भी तरह के पेशेवर कदाचार में शामिल रहे हैं। एसएसपी ने कहा, “पंजाब पुलिस नियम (PPR) हमें भ्रष्टाचार, अनुशासनहीनता और पेशेवर कदाचार के मामलों में शामिल पाए गए विशेष पुलिस कर्मियों के पूर्ववृत्त, व्यवहार और प्रदर्शन की समीक्षा करने की अनुमति देते हैं। हमने सेवा नियमों के दायरे में ऐसे कर्मियों के खिलाफ एहतियाती कदम उठाने का फैसला किया है।”

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नवीन फोगट को पहले बलात्कार के आरोप के बाद बर्खास्त किया गया था

उन्होंने कहा कि ऐसे कदमों के पीछे का मकसद भ्रष्टाचार की बुराई पर अंकुश लगाना है। जबरन वसूली मामले में एसआई नवीन फोगाट की बर्खास्तगी 31 जुलाई को 3 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में दो नागरिकों और एक पुलिस कांस्टेबल पवन के खिलाफ सीबीआई द्वारा दर्ज की गई रिश्वतखोरी की एफआईआर के बाद हुई। नवीन फोगट को पहले भी बलात्कार के आरोप के बाद बर्खास्त किया गया था।