बिहार राज्य के पटना में पुलिस ने एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इसमें झारखंड पुलिस के एक रिटायर्ड दारोगा समेत दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया है कि वह मिशन 2047 पर काम कर रहे थे, जिसका उद्देश्य भारत को साल 2047 तक मुस्लिम राष्ट्र घोषित करना था। इन दोनों संदिग्धों के तार पीएफआई-एसडीपीआई से भी जुड़े हुए हैं।
पुलिस ने बताया है कि गिरफ्तार किये गए संदिग्धों की पहचान झारखंड पुलिस के रिटायर्ड दारोगा मोहम्मद जलालुद्दीन और दूसरा अतहर परवेज के रूप में हुई है। बताया गया है कि अतहर परवेज, पटना के गांधी मैदान में हुए बम धमाके के आरोपी मंजर का सगा भाई है। पुलिस ने इनके पास से पीएफआई का झंडा, बुकलेट, पंपलेट और कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं।
फुलवारी शरीफ एएसपी मनीष कुमार ने बताया है कि दोनों संदिग्धों के तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) से जुड़े हैं। यह एक बिल्डिंग में एनजीओ के नाम पर युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहे थे। इनके निशाने पर प्रधानमंत्री मोदी का बिहार दौरा था। इसके लिए इन्होने 15 दिन पहले से ही ट्रेनिंग शुरू कर दी थी, लेकिन समय रहते पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया।
एएसपी मनीष कुमार के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना दौरे से एक दिन पहले यानी 11 जुलाई की शाम को इंटेलिजेंस ब्यूरो के इनपुट पर पुलिस ने छापेमारी करके जलालुद्दीन को नया टोला से तो वहीं अतहर को गुलिस्तां मुहल्ले के एक घर से पकड़ा था। इन दोनों पर आरोप है कि यह मार्शल आर्ट, आत्मरक्षा और फिटनेस ट्रेनिंग के नाम पर युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देते थे।
पीएम मोदी के बिहार दौरे से पहले भी बिहार, झारखंड, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के कई युवाओं को मार्शल आर्ट के नाम पर ट्रेनिंग दी गई थी। पुलिस के मुताबिक, मोहम्मद जलालुद्दीन और अतहर परवेज पर धार्मिक उन्माद फैलाने और आतंकवादी गतिविधियों को संचालित करने का भी आरोप है।
मॉड्यूल के भंडाफोड़ के बाद प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि यह दोनों संदिग्ध प्रतिबंधित संगठन सिमी से जुड़े सदस्यों की जमानत करवाने का काम भी करते थे। इसके अलावा दोनों संदिग्धों को पाकिस्तान, बांग्लादेश और तुर्की जैसे देशों से फंडिंग भी आती थी। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि इन दोनों के पास से जो दस्तावेज बरामद किये गए हैं, उनमें मिशन 2047 के बारे में कई बातें लिखी गई हैं।