कर्नाटक की बेंगलुरु पुलिस ने एक 36 वर्षीय व्यवसायी को गिरफ्तार किया है, जिसने 100 दिन पहले टेस्ट ड्राइव के बहाने एक इंजीनियर की कॉम्पैक्ट एसयूवी चुरा ली थी। चोरी की घटना 30 जनवरी को हुई थी और पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार उसे 10 मई को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान अमृतनगर निवासी एमजी वेंकटेश नाइक के रूप में हुई है, जिसने कॉफी बोर्ड लेआउट निवासी रवींद्र एलुरी (47) की मारुति विटारा ब्रेजा चोरी कर ली थी।
टेस्ट ड्राइव के बहाने ले उड़ा कार: जानकारी के अनुसार बेंगलुरु पुलिस, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ओएलएक्स द्वारा दिए गए 2,500 से अधिक इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) एड्रेस को सत्यापित करने के बाद आरोपी को ट्रैक करने में सफल हो पाई। पीड़ित एलुरी ने जनवरी में अपनी कार बेचने के लिए ओएलएक्स (OLX) पर एक विज्ञापन दिया था। आरोपी नाइक ने 30 जनवरी को एलुरी से संपर्क किया था और कार खरीदने में दिलचस्पी दिखाई थी।
पुलिस ने कहा, बातचीत के बाद जब दोनों मिले तो नाइक ने खरीदारी करने से पहले एक टेस्ट ड्राइव के लिए कहा। एलुरी ने उसे चाबियां दीं, लेकिन नाइक कार लेकर कभी नहीं लौटा। ऐसे में तुरंत रवींद्र एलुरी ने अमृतहल्ली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। हालांकि, यह एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दायर किया गया था, क्योंकि वह उस समय नाइक का पता नहीं जानता था।
100 दिनों तक खंगाले गए 2500 आईपी एड्रेस: पुलिस ने शुरू में उसके मोबाइल के जरिए नाइक का पता लगाने की कोशिश की, लेकिन जल्द ही पता चला कि उसका फोन भी उस दिन चुरा लिया था। ऐसे में पुलिस ने ओएलएक्स के दफ्तर से संपर्क किया और बेंगलुरु में कारों की खरीद-बिक्री में इस्तेमाल होने वाले लगभग 2,500 आईपी एड्रेस हासिल किए थे। जांच अधिकारियों में से एक ने कहा, “हमने तीन महीने तक इन आईपी एड्रेस का सत्यापन किया और फिर 10 मई को गाड़ी का पता चला।”
पत्नी हार गई थी पंचायत चुनाव: पुलिस अधिकारी के मुताबिक, उन्होंने चोरी की गई गाड़ी को दशरहल्ली की मुख्य सड़क पर पाया और नाइक को गिरफ्तार कर लिया।” आरोपी ने कहा कि उसने यह अपराध इसलिए किया क्योंकि उसने दिसंबर 2020 के ग्राम पंचायत चुनावों में अपनी पत्नी के चुनाव हार गई थी और उसे अपनी विटारा ब्रेज़ा कार बेचनी पड़ी थी। पुलिस ने कहा, आरोपी ने अपने दोस्तों से उधार लेकर चुनाव में लाखों रुपये खर्च किए थे।
बिना कार नहीं जाना चाहता था गांव: जब पत्नी चुनाव हार गई तो ऐसे में उसने कर्ज चुकाने के लिए उसने अपनी कार बेच दी। वह बागपल्ली के पास बसे अपने गांव में हमेशा अपनी कार से ही जाता था, लेकिन इस बार बिना कार के अपने गांव जाने में शर्मिंदगी महसूस कर रहा था। पुलिस अधिकारी ने कहा, इस दौरान उसने ओएलएक्स पर विज्ञापन देखा और कार चोरी करने का फैसला किया। फिर चोरी करने के बाद उसने कथित तौर पर कार की नंबर प्लेट को भी बदल दिया था। हालांकि, अब आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।