Budaun News: उत्तर प्रदेश के बदायूं में हुए हत्याकांड की चर्चा पूरे देश में हो रही है। लोगों के मन में यही सवाल घर कर रहा है कि आखिर साजिद ने बच्चों की हत्या क्यों की? क्या इसके पीछे असली वजह दुश्मनी थी। अगर थी भी तो बच्चों से क्यों निकाली। वहीं साजिद के एनकाउंटर पर उसकी मां नाजरीन का कहना है कि उसने जो गलती की उसे उसकी सजा मिल गई। हालांकि साजिद का भाई जावेद अभी भी फरार है। खबर है कि कुछ लोग इसे जादू-टोटके से जोड़ कर देख रहे हैं।

आरोपी साजिद की मां ने क्या कहा

आरोपी साजिद की मां ने मीडिया को बताया ‘‘मुझे नहीं पता कि उनके दिमाग में क्या चल रहा था। उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। जिन बच्चों के साथ यह घटना घटी, उसका मुझे बेहद अफसोस है।’

फरार जावेद पर 25,000 का इनाम

उत्तर प्रदेश पुलिस ने बदायूं दोहरे हत्याकांड के आरोपी जावेद पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया है, जो फिलहाल फरार है।

मजिस्ट्रेट ने 15 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने का दिया आदेश

जिला मजिस्ट्रेट बदायूं मनोज कुमार सिंह ने आरोपी साजिद के एनकाउंटर की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही 15 दिन के अन्दर रिपोर्ट भेजने का आदेश भी दिया है।

एफआईआर कॉपी से जानिए क्या है दोहरे हत्याकांड की कहानी

एफआईआर के मुताबिक, आरोपी पीड़ित परिवार को पहले से जानता था और अपनी पत्नी के प्रसव के लिए रुपये मांगने वहां गया था। पुलिस ने नाबालिग भाइयों की हत्या के आरोपियों के पिता और चाचा को बुधवार को हिरासत में ले लिया।

पुलिस महानिरीक्षक (बरेली रेंज) आरके सिंह ने मीडिया को बताया कि हत्या के कुछ घंटों बाद ही आरोपी साजिद (22) को मुठभेड़ में मार गिराया गया। इलाके में हाल ही में नाई की दुकान खोलने वाले साजिद ने मंगलवार को एक घर में घुसकर तीन नाबालिग भाइयों आयुष (12), अहान उर्फ हनी (8) और युवराज (10) पर चाकू से हमला कर दिया। आयुष और अहान की मौत हो गई जबकि युवराज को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया।

सुबह सात पहुंचा था साजिद

मृतकों के पिता विनोद कुमार की शिकायत पर दर्ज एफआई के मुताबिक, ‘‘आरोपी साजिद अपने भाई जावेद के साथ मंगलवार सुबह करीब सात बजे उनके घर पहुंचा। साजिद ने मेरी पत्नी संगीता से अपनी पत्नी के प्रसव के लिए पांच हजार रुपये मांगे। जब मेरी पत्नी पैसे लेने अंदर गई तो साजिद घर की छत पर चला गया और जावेद भी छत पर पहुंच गया जिसके बाद दोनों ने मेरे दो बेटे आयुष और अहान को भी छत पर बुलाया।’’

इसके अनुसार ‘‘दोनों ने तेज धारदार चाकू से मेरे बेटों पर हमला कर दिया।’’ एफआईआर के मुताबिक, ‘‘जब मेरी पत्नी पैसे लेकर बाहर आई तो उसने साजिद और जावेद को नीचे आते देखा। मेरी पत्नी को देखकर उन्होंने कहा- आज मैंने अपना काम कर दिया है और वहां से फरार हो गए।’’

मृतक बच्चों के पिता हैं ठेकेदार

बच्चों के पिता एक ठेकेदार हैं और घटना के समय वह जिले से बाहर थे। घर पर उनकी पत्नी संगीता पार्लर चलाती है। साजिद नाई था उसकी दुकान पीड़ित परिवार के घऱ से पास ही थी। उसका घर पर आना-जाना था। वह बच्चों के साथ घुल-मिल गया था। घटना के समय संगीता और उनकी सास मौजूद थीं। घटना के कुछ घंटों बाद साजिद (22) को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया जबकि जावेद अभी भी फरार है। पुलिस ने इस घटना के पीछे के मकसद के बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं बताया है।

अभी कुछ भी साफ नहीं है

इस घटना पर बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने कहा, ‘‘हमने साजिद और जावेद के पिता बाबू और उनके चाचा कयामुद्दीन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। यह कदम जावेद को गिरफ्तार करने के प्रयासों के तहत उठाया गया है।’’ पुलिस ने जावेद और साजिद दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है।फिलहाल इलाके में तनाव है। नाबालिगों के शवों का पोस्टमार्टम के बाद आज सुबह अंतिम संस्कार कर दिया गया।

यह मामला दो अलग-अलग समुदायों से जुड़ा होने के कारण क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात है। फिलहाल मामले में आगे की जांच की जा रही है। हर किसी के मन में यही सवाल है कि आखिर साजिद ने बच्चों की हत्या क्यों की। दोनों परिवारों के बीच आखिर ऐसी क्या बात थी। देखना है कि पुलिस मामले में क्या खुलासा करती है।