Atul Subhash Suicide Case News: इंजीनियर अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में पुलिस में आरोपित पत्नी निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा सिंघानिया और उसके भाई अनुराग सिंघानिया को गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को तीनों की गिरफ्तारी हुई। अब पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। सुसाइड नोट और वीडियो में अतुल द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों की जांच की जा रही है। हालांकि, इंजीनियर के परिवार की ओर से जांच में सहयोग नहीं मिलने की खबर सामने आ रही है।
पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया था
आजतक ने पुलिस सूत्रों के हवाले से कहा कि अतुल के भाई विकास मोदी की ओर से जांच में अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है। उनके द्वारा केस दर्ज कराए जाने के बावजूद वे जांच आधिकारी के सामने सबूत देने के लिए पेश नहीं हुए। उनको पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया था, फिर भी वो नहीं आए।
बता दें कि बेंगलुरु पुलिस को इस बात को कंफर्म करने के लिए कि सुसाइड नोट की लिखावट अतुल की ही है, सबूत की जरूरत है। इस बाबत अतुल के भाई विकास को सबूत देने होंगे। साथ ही अपने भाई के आरोपों के समर्थन में भी उसे प्रमाण देने होंगे। मामले में अभी तक जुटाए गए सभी सबूतों को विश्लेषण के लिए फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी भेजा जा चुका है।
यह भी पढ़ें – Atul Subhash Suicide Case: पुलिस ने AI इंजीनियर की पत्नी निकिता के घर पर चिपकाया नोटिस, हो सकती है गिरफ्तारी
हालांकि, पूरे मामले में हैरान करने वाली बात ये है कि जो परिवार न्याय के लिए लगातार गुहार लगा रहा है, जिनके बेटे ने न्याय की मांग करते हुए अपनी जान दे दी, वो जांच में सहयोग क्यों नहीं कर रहा है। अतुल की आखिरी इच्छा यही थी कि उसका उत्पीड़न करने वालों को सजा मिले।
मांग के बीच ऐसा व्यवहार संदेहास्पद
अतुल ने अपने आखिरी वीडियो मैसेज में कहा भी था कि अगर उनके गुनहगारों को सजा नहीं मिले तो उनकी अस्थियों को कोर्ट के सामने किसी गटर में बहा देना। यही कारण है कि उसके परिजनों ने अब तक उनकी अस्थियों का विसर्जन नहीं किया है। वे लगातार बेटे के लिए न्याय मांग रहे हैं। लेकिन मांग के बीच उनका ऐसा व्यवहार संदेहास्पद है।
गौरतलब है कि बेंगलुरु सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में आरोपित पत्नी निकिता सिंघानिया को गुरुग्राम , उनकी मां निशा और भाई अनुराग को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया है। तीनों को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पढ़ें पूरी खबर…