उत्तरप्रदेश के मथुरा जनपद के नगला छीतर गांव के स्कूल में आगरा के एक युवक द्वारा फर्जी अंक पत्रों एवं प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी करने का मामला सामने आया है। मामला दर्ज होने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने तत्काल प्रभाव से उसे निलंबित कर दिया है। वह 29 दिसम्बर 2017 से नौकरी कर रहा था।

विशेष कार्यबल द्वारा कराई जा रही जांच पड़तालः पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार फर्जी शिक्षकों के मामले में विभागीय व प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा प्रदेश स्तर से विशेष कार्यबल द्वारा जांच-पड़ताल कराई जा रही है।उन्होंने बताया कि स्कूल के प्रधानाध्यापक हरजीत सिंह ने शनिवार ( 12 अक्टूबर) को आगरा के कागारौल निवासी कप्तान सिंह पुत्र रूप सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराया।

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अंकपत्र में फेरबदल कर हासिल की नौकरीः कप्तान सिंह पर आरोप है कि उसने अंक पत्र में फेरबदल कर फर्जी तरीके से नौकरी हासिल किया।उन्होंने बताया कि नौकरी के दौरान उसके द्वारा लिए गए वेतन एवं अन्य वित्तीय लाभों की वसूली भी की जाएगी। इससे पहले उत्तर प्रदेश के बलिया में ऐसा ही एक मामला सामने आया था। यहां एक सरकारी स्कूल में शख्स 20 साल से बीएड की फर्जी डिग्री के सहारे टीचर की नौकरी कर रहा था।

जानकारी के मुताबिक नारायण जी यादव नाम के शख्स ने साल 1999 में फर्जी डिग्री के जरिए टीचर की नौकरी प्राप्त की थी। हैरानी की बात .यह रही कि इतने साल तक कोई उसके फर्जीवाड़े को नहीं पकड़ सका लेकिन  सच सामने आने के बाद आरोपी को न केवल नौकरी से बर्खास्त किया गया बल्कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश भी दिया गया।

(एजेंसी इनपुट के साथ)