हरियाणा के फरीदाबाद में ड्राइवर अपने मालिक के बेटे को कार में किडनैप कर ले जा रहा था। पीड़ित के पिता बिल्डर हैं। आरोपियों ने लड़के को सैनिक कॉलोनी से अगवा किया था। हालांकि लड़के के पिता की समझदारी के चलते वे नाकामयाब हो गए। आगरा पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण (पश्चिम) सोनम कुमार के अनुसार, आरोपियों की पहचान आकाश यादव और आशीष यादव के रूप में हुई है। फिलहाल उनसे पूछताछ की जा रही है। चलिए बताते हैं कि पूरा मामला क्या है।
ड्राइवर ने ही किया था किडनैप
दरअसल, बिल्डर आशीष अग्रवाल ने बेटे के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने उनकी शिकायत के हवाले से बताया कि उनका बेटा ईशांत अपनी कार से उनके ड्राइवर आकाश यादव के साथ उनकी बेटी के घर नोएडा जाने के लिए निकला था। उन्होंने बताया कि रास्ते में आकाश का साथी आशीष भी मिल गया। इसके बाद उन्होंने ईशांत को किडनैप कर कार की डिक्की में बंद कर दिया। वे बेटे के बदले एक करोड़ की फौरौती चाहते थे।
पिता की समझदारी से बची बेटे की जान
सोनम कुमार ने आगे बताया कि आकाश कार को यमुना एक्सप्रेसवे की तरफ ले गया। जिसके बाद ईशांत के पिता के पास यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर से टोल कटने का मैसेज आया। इसके बाद उन्हें शक हुआ। कुछ देर बाद ही मथुरा प्लाजा से भी टोल कटने का मैसेज आया। इसके बाद उन्होंने फौरन आगरा पुलिस को इस बारे में सूचना दी। उनकी सूचना के बाद आगरा पुलिस ने खंदौली टोल प्लाजा पर जांच की और पीड़ित के पिता द्वारा बताये गए नंबर वाली कार को घेर लिया।
उन्होंने आगे बताया कि जांच में ईशांत को कार की डिक्की से बरामद किया गया। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ड्राइवर आकाश और उसके साथी आशीष यादव को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
