मायानगरी मुंबई आकर सभी की चाहत होती है कि वह बड़ा नाम बनाकर मशहूर हो जाए। एक ऐसी ही लड़की थी, जो मुंबई आई और बॉलीवुड की एक फिल्म और कुछ म्यूजिक एलबम्स में काम भी किया। लेकिन जल्दी बड़ा बनने की चाहत ने उसे जुर्म की दुनिया में धकेल दिया। नाम था अर्चना बालमुकुंद शर्मा, जिसे लोग लेडी डॉन या किडनैपिंग क्वीन कहते थे। हालांकि, आज तक पता नहीं चल पाया कि वह जिंदा भी है या नहीं? क्योंकि कई बार उसके मारे जाने की खबरें आती रही हैं।
अर्चना बालमुकुंद शर्मा का इतिहास बड़ा ही अलसुलझा सा रहा है। माफिया और अंडरवर्ल्ड पर लिखी गई किताबों में भी उसके परिचय को लेकर दो मत रहे हैं। अर्चना के पिता बालमुकुंद शर्मा उज्जैन में एक पुलिसकर्मी थे। 90 के दशक में वह मुंबई आई और कुछ म्यूजिक एल्बम और मशहूर अभिनेता देवानंद की फिल्म गैंगस्टर में काम भी किया। साथ ही वह सिंगिंग की दुनिया में हाथ आजमा रही थी। लेकिन इसी बीच उसका संपर्क फजल उर रहमान, इरफान गोगा और अपहरण की दुनिया के बेताज बादशाह बबलू श्रीवास्तव से हो गया।
1990 के बाद अर्चना की दुनिया बदल चुकी थी और वह नेपाल के रास्ते दुबई चली गई। कुछ साल वहां रही लेकिन 1995 में बबलू के सिंगापुर में गिरफ्तार होने के बाद वापस भारत आ गई। यहां आकर उसने गोगा, फजल को साथ लेकर गैंग चलाया। अब तक उसके नाम पर रंगदारी, वसूली, अपहरण और हत्या के कई संगीन जुर्म दर्ज थे। 1997 में उसे दिल्ली में एक मर्डर केस में गिरफ्तार कर लिया गया, थोड़े दिनों बाद ही उसे बेल मिली और वह फिर से गायब हो गई।
साल 1998 में दिसंबर महीने में अर्चना कोलकाता में एक कारोबारी राजू पुनवाई की हत्या की योजना बना रही थी, लेकिन पुलिस की सतर्कता से साजिश का भंडाफोड़ हो गया। इस हत्या को अंजाम देने में असफल अर्चना फरार थी। इसी साल, 22 मई 1998 को अर्चना का नाम पुणे के एक पेट्रोल पंप संचालक के बेटे सागर लदकत के अपहरण व बेरहमी से हत्या मामले में सामने आया था। इस केस में अर्चना, बबलू के साथ 14 लोगों पर आरोप लगा था।
साल 1998 में सागर लदकत की अपहरण व बेरहमी से हत्या मामले की जांच में पता चला कि अर्चना शर्मा इस मामले की मास्टर माइंड थी। लेकिन इसके बाद वह भारत छोड़कर फरार हो गई और फिर कभी नहीं सामने आई। साल 2010 में खबर आई कि नेपाल में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई, लेकिन उसकी मौत की किसी भी तरह की पुष्टि आज तक नहीं हो पाई। अर्चना बालमुकुंद शर्मा के नाम पर अभी तक 40 से अधिक देशों में रेड कार्नर नोटिस जारी है।