रोहित शर्मा के पिछले तीन शतक भारतीय टीम को जीत नहीं दिला पाए और इस बल्लेबाज का मानना है कि अगर टीम हार जाए तो सर्वश्रेष्ठ पारियां भी खिलाड़ी को संतुष्टि नहीं देती। रोहित ने मंगलवार को यहां आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में नॉट आउट 171 रन की पारी खेली लेकिन मेजबान टीम आसानी से पांच विकेट से जीत गई। रोहित ने ‘बीसीसीआइ.टीवी’ से कहा, ‘यह बेहतरीन पारी थी और सीरीज की सकारात्मक शुरुआत करना हमेशा महत्त्वपूर्ण होता है। विजयी टीम का हिस्सा नहीं होना निराशाजनक है क्योंकि अंत में यही मायने रखता है। अगर आपकी टीम जीत दर्ज नहीं करती है तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने कितने रन बनाए।’’

उन्होंने कहा, ‘निजी तौर पर यह महत्त्वपूर्ण था कि मैं टीम को अच्छी शुरुआत दिलाऊं और इसके बाद लय को बरकरार रखूं। मैंने यही किया।’ पचास ओवर के प्रारूप में बड़े शतक जड़ने के लिए पहचाने जाने वाले रोहित खुश हैं कि शुरुआत के बाद उन्होंने अच्छा प्रदर्शन जारी रखा। रोहित ने कहा, ‘टीम बैठक में हम हमेशा बात करते हैं कि एक बल्लेबाज को टिके रहने और अधिक से अधिक समय तक बल्लेबाजी करने की जरूरत है। एक टिके हुए बल्लेबाज का अंत तक खेलना बड़ा अंतर पैदा करता है। मुझे लगता है कि पिछले कुछ समय से मैं ऐसा कर रहा हूं। मैं शतक जड़ रहा हूं और इसके बाद बड़ी पारी खेलने का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘शतक सिर्फ एक उपलब्धि है। लेकिन आपको इसे टीम के नजरिए से भी देखना होगा। मैं टीम के लिए बड़े शतक जड़ना चाहता हूं।’