आज दुनिया में परमाणु निरस्त्रीकरण जैसे लक्ष्य चर्चा से बाहर हो गए हैं। खबर आई है कि उत्तर कोरिया संभवत: ऐसे छोटे परमाणु उपकरण बनाने में सफल हो गया है, जिन्हें बैलिस्टिक मिसाइलों में हथियार के रूप में फिट किया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र की एक गोपनीय रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया के बारे में यह सारी जानकारी एक अन्य सदस्य देश ने मुहैया कराई है।
रिपोर्ट का मकसद यह था कि उत्तर कोरिया के खिलाफ लगाए गए संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का उस पर कैसा असर हो रहा है। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि उत्तर कोरिया तमाम प्रतिबंधों के बावजूद अपने परमाणु हथियार विकसित करने की दिशा में बढ़ रहा है। वह उच्च संवर्धन वाले यूरेनियम का उत्पादन भी कर पा रहा है। वैसे उत्तर कोरिया ने सितंबर 2017 के बाद कोई परमाणु परीक्षण नहीं किया है। संयुक्त राष्ट्र की यह अंतरिम रिपोर्ट सुरक्षा परिषद की पंद्रह सदस्यों वाली एक समिति को सौंप दी गई है, जो उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रतिबंधों पर नजर रखती है। उत्तर कोरिया ने अब तक इस रिपोर्ट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
’मधु कुमारी बोकारो (झारखंड)
ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें
सड़कें देश की प्रगति और विकास की जीवन रेखाएं हैं। एक अच्छी खबर यह है कि केंद्र सरकार ने देश के ग्रामीण क्षेत्रों में डेढ़ लाख किलो मीटर नई सड़कों के निर्माण के लिए एक सौ तीस लाख करोड़ की बड़ी राशि के निवेश की योजना बनाई बनाई है। यह सही है कि सड़कों के जाल के बिना ग्रामीण इलाकों का विकास संभव नहीं है। इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का नेटवर्क बने और हर गांव सड़क से जुड़े, यह बहुत जरूरी है।
बढ़ती आबादी और वाहनों की संख्या को देखते हुए ग्रामीण सड़कों की चौड़ाई भी कम से कम बीस फुट तो हो ही, साथ ही इनके दोनों तरफ पानी की निकासी के लिए पेड़ पौधों के साथ अच्छे नालें और फुटपाथ आदि भी जनता और वाहनों की सुगम और सुरक्षित निकासी और अच्छे पर्यावरण के लिए बहुत जरूरी हैं। अच्छी सड़कों, पुलों, चौराहों, फुटपाथों आदि के अभाव में ही आज देश के महानगरों तक की हालत हो चुकी है। इससे न केवल हादसे बढ़े हैं धन और समय की भारी बबार्दी हो रही है। इसलिए सरकार को इस पर सही दायित्व और पारदर्शिता के साथ ही आगे कार्य करने की जरूरत है तभी गांवों की सही मायने में प्रगति हो सकेगी।
’वेद मामूरपुर, नरेला