आरोग्य सेतु ऐप और कोविन पोर्टल के माध्यम से जिस तरह एक करोड़ तैंतीस लाख से भी ज्यादा लोगों ने एक मई से टीकाकरण में भाग लेने के लिए डिजिटल पंजीकरण कराया है, केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई पंजीकरण प्रक्रिया के सराहनीय पक्ष को दशार्ता है। बड़े स्तर पर 18- 45 आयु वर्ग के युवाओं में भी कोरोना वायरस का काफी डर बैठा हुआ है। टीकों की अनुपलब्धता से जुड़ा हुआ मसला इसके मूल्य निर्धारण प्रणाली पर प्रश्न चिह्न लगाता है। टीकों की कीमत को लेकर सरकार को एक कीमत की नीति बनानी चाहिए।
’युगल किशोर शर्मा, खाम्बी, हरियाणा