‘बढ़ता खतरा’ (संपादकीय, 15 जुलाई) पढ़ा! पूर्णबंदी खुलने के बाद हमारी जिम्मेदारियां और बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं। पिछली बार की बेपरवाही की वजह से कोरोना और घातक रूप में सामने आया है। अबकी बार ऐसा न हो, इसके लिए हर नागरिक को हर हाल में अपना अधिकतम सहयोग देना ही होगा, ताकि हम हमारा परिवार सुरक्षित रह सकें! हाल ही में अमेरिका में टीका लगवा चुके लोगों को बिना मास्क रहने की इजाजत दे दी गई है और इसके बाद लोगों के मन में यह सवाल उठने लगा है कि आखिर हमारे देश में यह स्थिति कब होगी, जब हम बिना मास्क के घूम सकेंगें। इसे लेकर विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर भारत में ऐसी स्थिति लानी है तो जरूरी है कि टीकाकरण की रफ्तार को तीन गुना तक बढ़ा दिया जाए।

अमेरिका और भारत की परिस्थितियों में जमीन आसमान का अंतर है। वहां का वायुमंडल और स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त है। लोग एक दूसरे के सहयोग के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। दवा की कालाबाजारी नहीं होती है। अस्पतालों में लूट नहीं होती है और आॅक्सीजन के लिए दिक्कत नहीं होती है। इसलिए अगले कम से कम एक साल के लिए यह मान लेना बेहतर है कि फिलहाल आपसी दूरी बरतने से छुटकारा नहीं पाना है। सावधानी का आखिरी फायदा आम लोगों को ही होगा।
’विभुति बुपक्या, आष्टा, मप्र