जबसे दुनिया कर लो मुट्ठी में यानी मोबाइल की क्रांति आई है, यह वरदान अभिशाप बनता जा रहा है। एक तरफ जहां फेसबुक, वाट्सऐप, ट्विटर और अन्य मंचों पर फर्जी खबरों, नफरत और वैमनस्यता भरी सामग्री से परेशानियां खड़ी हो रही हैं, वहीं दूसरी तरफ शातिर ठग फर्जी ऐप के माध्यम तथा नए-नए तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं।
फ्री फायर जैसे गेम बच्चों में न केवल गलत लत डाल रहे हैं, बल्कि वे हत्या, आत्महत्या जैसे कदम भी उठा रहे हैं। लगता है सरकार असहाय है! उसके नियंत्रण में कुछ भी नहीं है! जबकि सरकार चाहे तो ये सब सामग्री प्रतिबंधित कर, देश की जनता और बच्चों को बचा सकती है।
समय की मांग है कि अब सरकार दृढ़ता के साथ जनता को बचाने हेतु ऐसी सभी सामग्री मोबाइल के प्लेटफार्म पर प्रतिबंधित करे, जो सब को बर्बाद कर रही है।
- हेमा हरि उपाध्याय, उज्जैन