उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ‘स्वच्छ गाजियाबाद, स्वच्छ भारत’ लिखे कूड़ेदान लगवा कर अगर सोचते हैं कि उन्होंने वास्तव में राज्य को स्वच्छ कर दिया है तो गलत सोचते हैं। उन्होंने अभी तक प्रदेश के सरकारी स्कूलों का दौरा नहीं किया है। वे पांच सितंबर को हज हाउस का उद््घाटन करने गाजियाबाद आए थे। उस जगह से सिर्फ चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित पसौंडा गांव के पूर्व मध्यामिक विद्यालय तक के रास्ते की हालत यह है कि आप बिना मुंह पर रुमाल रखे नहीं आ सकते।आप सोचिए कि ऐसी जगह पर बैठ कर विद्यार्थी कैसे विद्या अर्जित करेंगे। बिना शिक्षा के हम स्मार्टफोन का क्या करेंगे? बिना शिक्षा के तो उसका उपयोग भी ऐसा ही होगा जैसे एक साधारण फोन का करते हैं। इसलिए मुख्यमंत्रीजी हमें स्मार्टफोन नहीं स्मार्ट शिक्षा दीजिए।
’नौशाद, आंबेडकर कॉलेज, दिल्ली