जनसत्ता 22 सितंबर, 2014: पिछले दिनों कई प्रदेशों में विधानसभा और लोकसभा के उपचुनाव हुए जिनके परिणामों को लेकर मीडिया में बड़ी-बड़ी चर्चाएं हो रही हैं। पहली बात कि कोई जरूरी नहीं कि तीन महीने पहले जिन कारणों से भाजपा को वोट मिले वह अब भी मिलते रहेंगे, उस समय पढ़े-लिखे वर्ग ने केवल स्थिरता के लिए भाजपा को वोट दिया, लोग उस समय महंगाई और भ्रष्टाचार से त्रस्त थे और मोदी ने इन दोनों समस्याओं के निदान का भरोसा दिलाया। लेकिन भाजपा महंगाई न रुकने के कारण ही हारी। सपा हो या कांग्रेस या अन्य कोई पार्टी इन परिणामों से गलतफहमी में न रहे कि वह आगे भी भाजपा को हराते रहेंगे। यश वीर आर्य, दिल्ली फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करें- https://www.facebook.com/Jansatta ट्विटर पेज पर फॉलो करने के लिए क्लिक करें- https://twitter.com/Jansatta
महंगाई की मार
जनसत्ता 22 सितंबर, 2014: पिछले दिनों कई प्रदेशों में विधानसभा और लोकसभा के उपचुनाव हुए जिनके परिणामों को लेकर मीडिया में बड़ी-बड़ी चर्चाएं हो रही हैं। पहली बात कि कोई जरूरी नहीं कि तीन महीने पहले जिन कारणों से भाजपा को वोट मिले वह अब भी मिलते रहेंगे, उस समय पढ़े-लिखे वर्ग ने केवल स्थिरता […]
Written by जनसत्ताAakriti Arora
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First published on: 22-09-2014 at 13:32 IST