Share Market Closing: भारतीय शेयर बाजार में पिछले कुछ हफ्तों से जारी तेजी पर एक तरह से ब्रेक लगा। दोनों प्रमुख सूचकांक BSE Sensex और NSE Nifty आज (11 जुलाई 2025) लाल रंग के निशान पर बंद हुए। आज सुबह दोनों इंडेक्स गिरावट के साथ खुले थे और कारोबार बंद होने के समय भी गिरावट पर ही थे।
गिरावट के साथ बंद हुआ शेयर बाजार
दोपहर 3.30 कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन सेंसेक्स 689.81 अंक (-0.82 प्रतिशत) गिरकर 82,500.47 पर बंद हुआ। जबकि एनएसई निफ्टी 205.40 अंक (0.81 प्रतिशत) गिरकर 25149.85 पर बंद हुआ।
गिरावट के साथ खुला था शेयर बाजार
भारतीय शेयर बाजार में आज बड़ी गिरावट के साथ शुरुआत हुई। शुरुआती घंटी बजने पर सेंसेक्स 368.52 अंक या 0.44% फिसलकर 82,821.80 पर था। निफ्टी भी 99.80 अंक या 0.44% की गिरावट के साथ 25,255.50 पर खुला। इस बीच, निफ्टी बैंक इंडेक्स ने 0.20% की गिरावट के साथ 56,843.40 पर कमजोर स्तर पर सत्र की शुरुआत की।
कौन हैं प्रिया नायर? संभालेंगी HUL का 59 हजार करोड़ का करोबार, ट्रेनी से यूं तय किया CEO तक का सफर
आज के टॉप गेनर शेयर
आज के टॉप गेनर शेयर में एचयूएल, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा और इंडसइंड बैंक शामिल है।
आज के टॉप लूजर शेयर्स
आज के टॉप लूजर शेयर्स में टीसीएस, एमएंडएम, बजाज ऑटो, विप्रो और हीरो मोटोकॉर्प शामिल है।
आज शेयर बाजार में गिरावट के तीन प्रमुख कारण
पहली तिमाही की आय की उम्मीद कमजोर
FY26 की पहली तिमाही के आय सत्र की शुरुआत धीमी रही है। टीसीएस (TCS) और टाटा एलेक्सी (Tata Alexi) के पहली तिमाही के आंकड़े निवेशकों को अधिक उम्मीद नहीं जगा पाए। तस्वीर और भी निराशाजनक यह है कि अधिकतर आय पूर्वानुमान अनुमान भारतीय कंपनियों के पहली तिमाही के प्रदर्शन को काफी कमजोर बता रहे हैं।
गौतम अडानी को क्यों पसंद आई ‘मुन्ना भाई MBBS’? वजह जानकर आप भी चौंक जाएंगे!
दबाव में टेक स्टॉक
टीसीएस के नतीजों, खासमकर FY26 की विकास दर के बारे में अस्पष्ट नजरिए और सैलरी हाइक पर लंबित निर्णय ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया है।
वैल्यूएशन संबंधित चिंता
पिछले कुछ महीनों में देखी गई उतार-चढ़ाव भरी गतिविधियों के बावजूद, वैल्यूएशन के लिहाज से भारतीय बाजार काफी ऊंचे स्तर पर हैं। जेफरीज़ के एक हालिया अध्ययन से पता चलता है कि “एमएससीआई इंडिया का वैल्यूएशन 23.3 गुना तक बढ़ गया है, जो भारत के कुल 10-वर्षीय औसत वैल्यूएशन से करीब 1.5 गुना अधिक है। ” अन्य उभरते बाजारों और औसत उभरते बाजारों के मूल्यांकन की तुलना में भी, भारत का वैल्यूएशन अपने समकक्ष बाजारों की तुलना में काफी अधिक है।
