Who is Shiv Nadar, Founder of HCL: एचसीएल (HCL) को दुनिया की बड़ी आईटी कंपनियों में गिना जाता है। शिव नाडर स्कूल, शिव नाडर यूनिवर्सिटी का नाम भी बहुत सारे लोगों ने सुना होगा। लेकिन क्या आपको पता है कि इन सभी संस्थाओं की कामयाबी के पीछे किसका हाथ है? Hindustan Corporations Limited (HCL) Technologies के फाउंडर और चेयरपर्सन, देश के सबसे रईस लोगों में शामिल और कारोबारी शिव नाडर इनकी शुरुआत की। आज हम बात करेंगे भारत के सबसे बड़े समाजसेवियों में से एक और शिव नाडर स्कूल व यूनिवर्सिटी के संस्थापक शिव नाडर के बारे में।
EdelGive Hurun India Philanthropy List 2023 के मुताबिक शिव नाडर ने 2022-2023 में समाजसेवा और शिक्षा के लिए 2042 करोड़ रुपये दान किए हैं। जबकि शिव नाडर फाउंडेशन में अब तक वह कुल 1.1 बिलियन डॉलर का दान कर चुके हैं। साल 1994 में शिव नाडर ने Shiv Nadar Foundation की शुरुआत की यह फाउंडेशन उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराता है। यह फाउंडेशन कई विद्याज्ञान स्कूल भी चलाता है जिसमें गरीब बच्चों को मुफ्त पढ़ाई-लिखाई कराई जाती है।
Forbes के मुताबिक, शिव नाडर अभी मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के बाद देश के तीसरे सबसे रईस शख्स हैं। 79 साल के बिजनेस टायकून नाडर ने ग्लोबल इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी सेक्टर में भारत को शीर्ष पर पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाई है। साल 1976 में HCL की शुरुआत एक गैराज से हुई थी। अभी इस कंपनी का रेवेन्यू 12.6 बिलियन डॉलर (करीब 1.07 लाख करोड़ रुपये) है। फोर्ब्स के मुताबिक, यह कंपनी भारत की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस प्रोवाइडर्स में से एक है।
साल 2020 में शिव नाडर ने एचसीएल टेक्नोलॉजी के चेयरमैन के पद से इस्तीफा दे दिया। अब कंपनी में यह जिम्मेदारी उनकी बेटी रोशनी नाडर मल्होत्रा संभालती हैं। जबकि नाडर खुद मानद अध्यक्ष और रणनीतिक सलाहकार हैं। एचसीएल टेक्नोलॉजीज की बात करें दुनियाभर के 60 देशों में कंपनी के कुल 2,25000 कर्मचारी हैं।
भारत की आईटी इंडस्ट्री में अभूतपूर्व योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें साल 2008 में पद्म भूषण सम्मान दिया था। आपको बताते हैं दुनिया के 39वें और भारत के तीसरे सबसे रईस शख्स की नेट वर्थ और जिंदगी से जुड़ी कुछ अहम बातों के बारे में…
शुरुआती जीवन और परिवार
शिव नाडर का जन्म 14 जुलाई 1945 को तमिलनाडु के एक छोटे से गांव मूलाईपोझी में शिवसुब्रमण्य नाडर और वामासुंदरी देवी के यहां हुआ था। उनके पिता शिवसुब्रमण्य चेन्नई में एक छोटा सा टेक्सटाइल ट्रेडिंग का बिजनेस करते थे। नाडर ने मदुरै में Elango Corporation Higher Secondary School में शुरुआती पढ़ाई की और इसके बाद वह Town High School और फिर त्रिची में St. Joseph Boys Higher Secondary School गए। इसके बाद उन्होंने कोयम्बटूर में PSG College of Technology से इंजीनियरिंग में डिग्री ली।
बेटी रोशनी के अलावा नाडर के परिवार में उनकी पत्नी किरन नाडर हैं। किरन एक मशहूर भारतीय आर्ट कलेक्टर और समाजसेवी हैं। दिल्ली में वह किरन नाडर म्यूजियम ऑफ आर्ट चलाती हैं।
MicroComp Limited की शुरुआत
CNBCTV18 की रिपोर्ट के मुताबिक, इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद शिव नाडर ने 1967 में पुणे में वालचंद ग्रुप के Cooper Engineering जॉइन कर ली। इसके बाद वह दिल्ली क्लॉथ मिल के डिजिटल प्रोडक्ट्स डिवीजन में काम करने लगे। और साल 1975 में उन्होंने 8 दूसरे पार्टनर के साथ एक टीम बनाई। इस टीम में उनके दोस्त और सहकर्मी थे। इसके बाद शुरुआत हुई MicroComp Limited की। यह कंपनी टेली-डिजिटल कैलकुलेटर बेचती थी। नाडर इस कंपनी के सबसे बड़े शेयरहोल्डर थे।
ऐसे शुरू हुआ HCL का सफर
1976 में नाडर ने 1,87,000 रुपये के छोटे से निवेश के साथ एचसीएल की शुरुआत की। इसके बाद भारत सरकार ने इस कंपनी को 20 लाख रुपये की सहायता दी। इस कंपनी में राज्य सरकार का 26 प्रतिशत हिस्सा हो गया। और इसी के चलते HCL पहली पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) बन सकी।
अब वह युग आया जिसने आईटी इंडस्ट्री की गति और दिशा दोनों को बदल दिया और शुरुआत हुई कंप्यूटर की। 1978 में एसीएल ने देश का पहला पर्सनल कंप्यूटर HCL 8C बनाया। सबसे खास बात थी कि IBM और Apple से भी पहले एचसीएल ने इस उपलब्धि को हासिल किया। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, इसके बाद नाडर ने एचसीएल की सर्विसेज का विस्तार सिंगापुर में किया। और इसका परिणाम यह हुआ कि 179 में एचसीएल का टर्नओवर 3 करोड़ रुपये पहुंच गया और पहले ही साल में कंपनी ने 10 लाख रुपये की बिक्री की।
Shiv Nadar Net worth
फोर्ब्स के मुताबिक, अप्रैल 2024 में शिव नाडर की नेट वर्थ 29.3 बिलियन डॉलर (2.4 लाख करोड़ रुपये) है। इतनी दौलत के साथ वह देश के सबसे रईस शख्स मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के बाद तीसरे सबसे अमीर भारतीय हैं। फिलहाल ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी समेत दुनिया के 44 देशों में एचसीएल के दफ्तर हैं। उनकी गिनती दुनिया के टॉप-50 अमीर लोगों में होती है और दुनिया क वह 39वें सबसे रईस इंसान हैं।