अमेरिका में जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इमिग्रेशन और H-1B वीजा नियमों को सख्त किया है, उसी समय भारतीय मूल के एक उद्यमी सिलिकॉन वैली में नए अरबपति बने हैं।
ज्योति बंसल कुछ सौ डॉलर लेकर और कई साल वर्क वीजा पर भारत से अमेरिका आए थे। आज उनकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी हार्नेस की वैल्यूएशन 5.5 अरब डॉलर हो गई है। कंपनी ने हाल ही में 240 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई, जिसके बाद ज्योति बंसल अरबपति बन गए।
2017 में जब उन्होंने अपनी पहली कंपनी सिस्को को बेचा, तब उनकी उम्र सिर्फ 39 साल थी। उस समय उन्हें लगा कि अब उनका सफर पूरा हो गया है, क्योंकि उन्होंने अपनी उम्मीद से कहीं ज्यादा पैसा कमा लिया था।
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अरबपति बने ज्योति बंसल
फंडिंग गोल्डमैन सैक्स अल्टरनेटिव्स, इंस्टीट्यूशनल वेंचर पार्टनर्स और मेनलो वेंचर्स ने लीड की थी। फोर्ब्स के अनुमान के मुताबिक, बंसल की नेट वर्थ अब लगभग 2.3 बिलियन डॉलर है। हार्नेस में उनके पास लगभग 30 फीसदी हिस्सेदारी है और उनके पास अपनी पिछली कंपनी, ऐपडायनामिक्स की बिक्री से मिला कैश भी है।
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ज्योति बंसल का शुरुआती सफर
ज्योति बंसल राजस्थान (भारत) के एक छोटे से शहर में पले-बढ़े। बड़े होकर उन्होंने अपने पिता का खेती की मशीनरी का बिज़नेस चलाने में मदद की। बाद में उन्होंने दिल्ली में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। ग्रेजुएट होने के बाद, वह 21 साल की उम्र में कम पैसों के साथ अमेरिका चले गए।
उन्होंने तीन एंटरप्राइज टेक्नोलॉजी फर्म में इंजीनियर के तौर पर 7 वर्ष काम किया, जिन्होंने उनका H-1B वीजा स्पॉन्सर किया। बंसल 2016 में US के नागरिक बन गए। फोर्ब्स के मुताबिक, उन्होंने पहले भी उन वीजा नियमों की आलोचना की है जो स्किल्ड वर्कर्स को टेम्पररी वर्क वीजा पर रहते हुए कंपनियां शुरू करने से रोकते हैं।
ज्योति बंसल का टॉप तक पहुंचने का सफर
वर्ष 2008 में बंसल ने AppDynamics शुरू किया था। कंपनी ने बड़े प्लेटफॉर्म को टेक्निकल दिक्कतों का पता लगाने और उन्हें ठीक करने में मदद करने के लिए सॉफ्टवेयर टूल दिए। जल्द ही कंपनी का वार्षिक रेवेन्यू $200 मिलियन के पार हो गया। सिस्को ने जनवरी 2017 में कंपनी को $3.7 बिलियन में खरीद लिया।
सेल के बाद, उन्होंने कुछ समय के लिए काम से दूरी बना ली। कुछ महीनों बाद, बंसल ने एंटरप्रेन्योरशिप में लौटने का फैसला किया। उन्होंने हार्नेस लॉन्च किया। कंपनी सॉफ्टवेयर डिलीवरी और टेस्टिंग पर फोकस करती है, इन एरिया पर उन्होंने AppDynamics में अपने समय के दौरान करीब से काम किया था।
क्या करता है हार्नेस?
हार्नेस एक एआई-बेस्ड सॉफ्टवेयर डिलीवरी प्लेटफॉर्म है जो कंपनियों को कोड टेस्ट करने, सिक्योर करने और डिप्लॉय करने में मदद करता है। कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एजेंट्स का इस्तेमाल उन कामों (जैसे एरर्स के लिए टेस्टिंग, रेगुलेशंस का कम्प्लायंस पक्का करना) को ऑटोमेट करने के लिए करती है जो आमतौर पर इंजीनियर्स द्वारा मैन्युअली किए जाते हैं।
