देश के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप की वैल्यूएशन में नवंबर- अप्रैल के बीच करीब 88 फीसदी का इजाफा हुआ है। वैल्यूएशन में वृद्धि तब हुई है जब रूस- यूक्रेन और दुनिया में महंगाई के कारण तेजी के अन्य कंपनियों के वैल्यूएशन में गिरावट देखने को मिली हैं।

एशिया और भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस की बात करे तो इस दौरान उसकी वैल्यूएशन में भी 13.4 फीसदी की वृद्धि हुई है और 18.9 लाख करोड़ रुपए की वैल्यूएशन के साथ रिलायंस देश की सबसे मूल्यवान कंपनी है जबकि रिलायंस के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी टीसीएस की वैल्यूएशन में कोई भी बदलाव नहीं देखने को मिला है। वहीं, देश की अन्य बड़ी कंपनियों जैसे एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और इन्फोसिस में 9 फीसदी की गिरावट हुई है।

अडानी ग्रुप की नौ कंपनियों का कुल वैल्यूएशन 17.6 लाख करोड़ रुपए है जो भारत की 500 शीर्ष कंपनियों के कुल वैल्यूएशन का 7.6 फीसदी है। एक्सिस बैंक बरगंडी प्राइवेट और हुरुन इंडिया 500 स्पेशल रिपोर्ट के अनुसार केवल छह महीनों में, 500 शीर्ष कंपनियों में अडानी ग्रीन रैंकिंग में बड़ा उछाल देखने को मिला है और यह 16वें से सीधे छठे स्थान पर पहुंच गई है।

इस अवधि के दौरान अडानी ग्रीन ने 139% (2,62,238 करोड़ रुपए) की बढ़त हासिल की और बाजार मूल्यांकन 4,50,874 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।अडानी पावर ने इस अवधि के दौरान 157.8% (66,185 करोड़ रुपए) की वृद्धि दर्ज की, जबकि अडानी विल्मर ने 189.8% (66,427 करोड़ रुपए) की वृद्धि दर्ज की।

इस दौरान देश के टॉप 4 लिस्टेड यूनिकॉर्न जैसे जोमाटो, नायका, पेटीएम और पीबी फिनटेक (Policybazaar) की वैल्यूएशन में रिकॉर्ड 1.6 लाख करोड़ की गिरावट हुई है। सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया देश की सबसे प्राइवेट अनलिस्टेड कंपनी है। रिपोर्ट के मुताबिक, इसका वैल्यूएशन इस अवधि में 35 फीसदी बढ़कर 2.28 लाख करोड़ पर पहुंच गया है। वहीं, इस दौरान रामदेव बाबा की कंपनी पतंजलि का वैल्यूएशन 17.9 फीसदी गिरकर 23 हजार करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।