पेट्रोल कीमतों में 4 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 3 पैसे प्रति लीटर की कटौती हुई है। सरकार ने मोटर वाहन ईंधन पर उत्पाद शुल्क फिर बढ़ा दिया है जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का स्थानीय उपभोक्ताओं को कोई बड़ा लाभ नहीं हुआ और पेट्रोल और डीजल के भाव नाम मात्र को कम हुए हैं। इंडियन ऑयल कारपोरेशन (आईओसी) के अनुसार दिल्ली में अब पेट्रोल का दाम 59.99 रुपये से घटकर 59.95 रुपये प्रति लीटर पर आ गया है।
इसी तरह डीजल का दाम 44.71 रुपये से घटकर 44.68 रुपये लीटर रह गया है। पिछले एक पखवाड़े में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम 4 डालर प्रति बैरल घटे हैं। ऐसे में पेट्रोल के दाम 1.04 रुपये लीटर और डीजल के 1.53 रुपये लीटर तक की कमी की जा सकती थी।
सरकार ने रविवार को मूल्य संशोधन के दिन ही पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क एक रुपये लीटर और डीजल पर डेढ़ रुपये लीटर बढ़ा दिया इस लिए तेल कंपनियों के लिए दाम कम करने की गुंजाइश बहुत सीमित रह गयी। एक महीने में यह ईंधन पर उत्पाद शुल्क में तीसरी वृद्धि है। इससे सरकार को इस वित्त वर्ष के बचे महीनों में 3,200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व मिलेगा।
यदि नवंबर और दिसंबर, 2015 की दो उत्पाद शुल्क वृद्धि को भी जोड़ा जाए, तो सरकार को कुल मिलाकर 17,000 करोड़ रपये का अतिरिक्त राजस्व मिलेगा। पांच बार में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 4.02 रपये प्रति लीटर और डीजल पर 6.97 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की गई है। यदि पांच मौकों पर उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी नहीं की जाती, तो पेट्रोल का दाम इस समय 55.93 रुपये लीटर और डीजल का 37.71 रुपये लीटर होता।