टाटा समूह के प्रमुख साइरस मिस्त्री ने शुक्रवार (29 जुलाई) को कहा कि समूह ने 2015-16 में वैश्विक स्तर पर नौ अरब डॉलर का निवेश किया। हालांकि, वैश्विक स्तर पर समूह की आय मामूली रूप से घटकर 103 अरब डॉलर रही। इसके पीछे जिंस बाजार में नरमी तथा रुपए में उतार-चढ़ाव समेत कई अन्य वजह रहीं। नमक, इस्पात से लेकर सॉफ्टवेयर बनाने वाले देश के इस विशाल समूह की ‘सालाना समूह लीडरशिप कांफ्रेन्स’ को संबोधित करते हुए मिस्त्री ने प्रमुख योग्यताओं पर आधारित नया नेतृत्व योग्यता मॉडल विकसित करने तथा समूह की कंपनियों के भीतर नेतृत्व की पहचान की भी घोषणा की है। साथ ही ‘कामकाज में खुशहाली’ का माहौल रखने के लिए नए मसौदे को रेखांकित किया।
टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस लि. के चेयरमैन मिस्त्री ने कहा कि समूह की 100 से अधिक कंपनियों का कुल निवेश पिछले तीन साल में 28 अरब डॉलर रहा। टाटा समूह की विभिन्न कंपनियों में शीर्ष नेतृत्व तथा वरिष्ठ प्रबंधन कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि समूह की कुल आय 2015-16 में 4.62 प्रतिशत घटकर 103 अरब डॉलर रही जो इससे पूर्व वित्त वर्ष में 108 अरब डॉलर थी। उन्होंने आय में मामूली गिरावट का कारण वैश्विक राजनीतिक अनिश्चितता, जिंसों के दाम में तीव्र गिरावट तथा मुद्रा में उतार-चढ़ाव को बताया।
मिस्त्री ने कहा कि वैश्विक आय करीब 70 अरब डालर रही जो समूह की कुल आय का 69 प्रतिशत है। टाटा समूह की सूचीबद्ध 29 कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 7.4 प्रतिशत घटकर 116 अरब डॉलर रहा जबकि बीएसई सेंसेक्स में इस दौरान 9.4 प्रतिशत की गिरावट आई। एजीएलसी हर साल समूह के संस्थापक जेआरडी टाटा के जन्मदिन के मौके पर आयोजित किया जाता है। उन्होंने ‘टाटा जीवन गुणवत्ता’ मसौदे को भी रेखांकित किया जिसमें ‘कार्यस्थल पर खुशहाली’ पर जोर है।