प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सूरत डायमंड बोर्स (Surat Diamond Bourse) का उद्घाटन करेंगे। सूरत डायमंड बोर्स अंतरराष्ट्रीय हीरे और आभूषण व्यवसायों के लिए दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे आधुनिक केंद्र होगा। यह कच्चे और पॉलिश किए गए हीरों के साथ-साथ आभूषणों के व्यापार के लिए भी एक वैश्विक केंद्र होगा।

अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन से भी बड़ा कार्यालय

सूरत डायमंड बोर्स का अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन से भी बड़ा कार्यालय होगा। अभी तक पेंटागन दुनिया का सबसे बड़ा ऑफिस था। लेकिन अब गुजरात के सूरत में बने डायमंड बोर्स हीरा व्यापार का सबसे बड़ा केंद्र होगा।

यह भवन इतना सुंदर है कि लोग इसकी खूबसूरती का बखान करने से खुद को रोक नहीं पा रहे हैं। इसमें कुल सात बिल्डिंग बनी है और इमारत 15 मंजिले की है। 35 एकड़ में यह कार्यालय बना हुआ है। इसका निर्माण करीब 4 साल में पूरा हुआ है। सूरत में दुनिया के 90% हीरे तराशे जाते हैं। सूरत डायमंड बोर्स में 65,000 से अधिक हीरा पेशेवर एक साथ काम कर सकेंगे।

20 लाख स्क्वायर फीट में पार्किंग

सूरत डायमंड बोर्स बन जाने से व्यापारियों को काफी सहूलियत होगी। पहले ऐसा होता था कि हीरे के व्यापार के लिए कभी-कभी लोगों को हर दिन मुंबई की यात्रा करनी पड़ती थी। लेकिन इसके बन जाने से अब लोग इसी इमारत के अंदर हीरे का व्यापार कर सकेंगे। इसके अंदर एक एंटरटेनमेंट जोन भी बना हुआ है और एक पार्किंग क्षेत्र भी है, जो 20 लाख स्क्वायर फीट में फैला हुआ है।

4000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे

सूरत डायमंड बोर्स में करीब 4500 से अधिक ऑफिस होगी। यहां पर कई कंपनियों के कार्यालय होंगे। इस बिल्डिंग के कारण डेढ़ लाख लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं और इस पूरी इमारत में 4000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके लिए एडवांस्ड सिक्योरिटी रूम भी बनाया गया है ताकि यह सबसे सुरक्षित इमारत रहे। इस बिल्डिंग की कीमत करीब 3000 करोड़ रुपये है। इसमें कुल 9 टावर हैं।

इसी वर्ष अगस्त में सूरत डायमंड बोर्स को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दुनिया की सबसे बड़ी इमारत के रूप में मान्यता दी गई थी। सूरत डायमंड बोर्स को इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (IGBC) से प्लैटिनम रैंकिंग मिली है। सूरत डायमंड बोर्स में कॉन्फ्रेंस हॉल, रेस्तरां, बैंक, कन्वेंशन सेंटर, एग्जिबिशन सेंटर्स, ट्रेनिंग सेंटर्स, एंटरटेनमेंट एरियाज और क्लब जैसी सुविधाएं हैं।