बंबई शेयर बाजार में शुक्रवार (16 दिसंबर) को लगातार तीसरे दिन गिरावट का सिलसिला जारी रहा तथा सेंसेक्स 29.51 अंक और टूट गया। अमेरिका में अगले साल ब्याज दरों में और वृद्धि की संभावना को लेकर निवेशक आशंकित हैं। विदेशी बाजारों में यूरो के मुकाबले डॉलर करीब 14 साल के उच्चस्तर पर पहुंच गया, जिससे पूंजी का बाह्य प्रवाह बढ़ा। ब्रोकरों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में उछाल तथा नकदी संकट और उसके कंपनियों के प्रदर्शन पर पड़ने वाले असर की वजह से भी निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुक्रवार को 29.51 अंक या 0.11 प्रतिशत के नुकसान से 26,489.56 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसने दिन का उच्चस्तर 26,594.55 अंक और निचला स्तर 26,455.21 अंक छुआ। इससे पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स 178.75 अंक टूटा था। इस सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 257.62 अंक या 0.96 प्रतिशत नीचे आया है। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सप्ताह के दौरान 122.30 अंक या 1.48 प्रतिशत टूटा है। यह 18 नवंबर के बाद सेंसेक्स व निफ्टी की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है। उस सप्ताह सेंसेक्स 668.58 अंक और निफ्टी 222.20 अंक नीचे आया था। निफ्टी शुक्रवार को 14.15 अंक या 0.17 प्रतिशत के नुकसान से 8,139.45 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान यह 8,178.70 से 8,127.45 अंक के दायरे में रहा। संसद का शीतकालीन सत्र पूरी तरह बर्बाद होने की वजह से जीएसटी के मोर्चे पर सहमति नहीं बन पाई है। ऐसे में शेयर बाजार में कारोबार बिना किसी स्पष्ट घरेलू समर्थन होता रहा। अब सबका ध्यान आम बजट पर है।
जियोजित बीएनपी परिबा फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘बाजार फेडरल रिजर्व के आक्रामक परिदृश्य से निपटने में समय ले रहा है। आने वाले दिनों में भारत का प्रदर्शन कमजोर रहेगा। डॉलर की मजबूती तथा कच्चे तेल की कीमतों में उछाल से बाजार प्रभावित होगा।’ गुरुवार को जारी व्यापार आंकड़ों के अनुसार नवंबर में व्यापार घाटा सोने का आयात बढ़ने की वजह से दो साल के उच्चस्तर 13 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल में सबसे अधिक 2.67 प्रतिशत की गिरावट आई। ओएनजीसी का शेयर 2.30 प्रतिशत टूट गया। अरविंदो फार्मा का शेयर 0.55 प्रतिशत नीचे आया। अन्य कंपनियों में अडाणी पोर्ट्स, आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी, हीरो मोटोकॉर्प, टाटा स्टील, एक्सिस बैंक, विप्रो, कोल इंडिया, ल्यूपिन, बजाज ऑटो, गेल, एनटीपीसी तथा डॉ रेड्डीज लैब के शेयरों में भी गिरावट आर्ई। विभिन्न वर्गों के सूचकांकों में धातु में सबसे अधिक 1.58 प्रतिशत का नुकसान रहा। बुनियादी ढांचा एक प्रतिशत टूटा। वहीं टिकाऊ उपभोक्ता सामान तथा आईटी खंड का सूचकांक 0.82 प्रतिशत तक चढ़ गया। स्मॉलकैप में 0.25 प्रतिशत तथा मिडकैप में 0.04 प्रतिशत का नुकसान रहा। अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी कोषों ने गुरुवार को 611.97 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। हांगकांग का हैंगसेंग 0.18 प्रतिशत टूट गया। जापान का निक्की 0.66 प्रतिशत तथा शंघाई कम्पोजिट 0.17 प्रतिशत चढ़ गए। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजारों में भी मिलाजुला रुख था।