Sarkari Yojana: रिटायरमेंट के बाद लोगों को परेशानी न हो इसके लिए सरकार कई पेंशन योजना चला रही है। सरकार की इन्हीं पेंशन योजनाओं में से एक अटल पेंशन योजना (APY) भी है। भारत सरकार की इस योजना ने अप्रैल 2025 तक एक नया रिकॉर्ड बना लिया है। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, अब तक इस योजना से 7.65 करोड़ से अधिक लोग जुड़ चुके हैं और इसका कुल बैलेंस 45,974.67 करोड़ रुपये हो चुका है। इस योजना में महिलाओं की भागीदारी भी लगातार बढ़ रही है। अभी इसमें करीब 48 फीसदी सदस्य महिलाएं हैं।

क्या है Atal Pension Yojana?

अटल पेंशन योजना (APY) की शुरुआत 9 मई 2015 को हुई थी। यह योजना 1 जून 2015 से लागू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना में 18 से 40 वर्ष के बीच का कोई भी भारतीय नागरिक शामिल हो सकता है। इस योजना के तहत 60 वर्ष की उम्र के बाद हर महीने 1,000 रुपये से 5,000 रुपये की गारंटीड पेंशन मिलती है।

अटल पेंशन योजना: यूपी वालों ने बनाया अनूठा रिकॉर्ड

क्या है अटल पेंशन योजना की खास बातें?

– अटल पेंशन योजना में न्यूनतम निवेश का समय 20 साल है।
– इस योजना में केवल वही लोग निवेश कर सकते हैं, जो इनकम टैक्स नहीं देते हैं। (1 अक्टूबर 2022 के बाद से नियम लागू)
– व्यक्ति हर महीने, हर तिमाही या हर छह महीने में बैंक या डाकघर खाते से ऑटो-डेबिट के जरिए योगदान कर सकते हैं।
– इसमें उम्र के अनुसार मंथली योगदान तय होता है।

1,000 महीने पेंशन के लिए कितना करना होगा योगदान?

अगर कोई व्यक्ति 1,000 रुपये महीने की पेंशन चाहता है, तो उसे उम्र के अनुसार यह अमाउंट देना होगा।

– 19 साल की उम्र में: 46 रुपये
– 29 साल की उम्र में: 106 रुपये
– 39 साल की उम्र में: 264 रुपये

(यह योगदान 60 साल तक नियमित देना होता है)

इस योजना से 60 साल की उम्र में करीब 1.7 लाख रुपये का फंड बनता है।

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मृत्यु के बाद पैसे का क्या होता है?

अगर 60 वर्ष की उम्र के बाद अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाती है, तो वही मासिक पेंशन की राशि उनके पति या पत्नी को मिलती रहती है। जब पति, पत्नी दोनों की मृत्यु हो जाती है, तो पूरा फंड नॉमिनी को वापस कर दिया जाता है।

अटल पेंशन योजना किसके लिए है सही?

अटल पेंशन योजना कम आय वाले लोगों के लिए काफी सही है। APY जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं (जैसे मजदूर, छोटे दुकानदार, घरेलू कामगार) या किसी अन्य सरकारी पेंशन योजना में शामिल नहीं हैं। उन लोगों के लिए भी काफी सही है।