रूसी कंपनी Gazprom ने भारत की सरकारी कंपनी GAIL को बड़ा झटका दिया है। कंपनी ने गेल इंडिया को प्राकृतिक गैस (एलएनजी) की सप्लाई नहीं करके यूरोप भेजा है, जिसे दोनों कंपनियों के अनुबंधों पर एक बड़ा प्रभाव माना जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक रूसी कंपनी के इस कदम से आने वाले समय में गेल इंडिया के प्राकृतिक गैस आपूर्ति और आय पर बड़ा संकट गहरा सकता है।
रूसी कंपनी को यूरोप में प्राकृतिक गैस की डिलीवरी के लिए बाजार में उच्च कीमत मिल रही है। इस कारण से भारत की कंपनी गेल से अनुबंधों में दिक्कत आई है। वहीं सीएनबीसी-टीवी18 की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी के ग्राहक ऊंची कीमतों का भुगतान करने को तैयार नहीं थे क्योंकि बिजली कंपनियां गेल से महंगी एलएनजी खरीदने की संभावना नहीं रखती हैं।
ऐसे में गज़प्रोम से प्राकृतिक गैस की आपूर्ति में कमी ने गेल को दुविधा में डाल दिया है। अब गेल इंडिया को अंतरराष्ट्रीय हाजिर बाजार से वैकल्पिक आपूर्ति हासिल करनी होगी, जहां कीमतें लंबी अवधि की अनुबंध दरों से लगभग तीन गुना अधिक हैं।
रॉयटर्स ने 1 अगस्त को बताया कि राज्य के स्वामित्व वाली गैस ट्रेडिंग कंपनी ने महत्वपूर्ण ईंधन को राशन देने के लिए उर्वरक कंपनियों और उद्योगों को एलएनजी की आपूर्ति में कटौती की थी। ऐसे में निवेशकों को डर है कि आने वाले तिमाहियों में गेल इंडिया की प्राकृतिक गैस की आपूर्ति और आय पर संकट का गहरा असर पड़ सकता है।
गौतलब है कि रसिया-यूक्रेन के युद्ध के बाद कई रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए थे। इस कारण से यूरोप पर कई सामानों की आपूर्ति प्रभावित हुई थी। अब यूरोप एलएनजी आपूर्ति को लेकर रूस से रूस से संबंध बनाने के लिए बेताब है और वह यह मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहता है।
बता दें कि जैसे ही यह खबर चर्चा में आई है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में गेल इंडिया के शेयर 3.94 फीसदी की गिरावट दर्ज की है। इस गिरावट के साथ इसके शेयरों की प्राइज 141.50 रुपए पर पहुंच गई है।