करंसी नोट के फटने और गलने से लोगों को परेशानियां उठानी पड़ती हैं। इससे बैंक (Bank) भी काफी परेशान होते हैं। रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने इस परेशानी को दूर करने का मन बना लिया है। रिजर्व बैंक जल्दी ही 100 रुपये के ऐसे नए नोट (100 Rupees New Currency Note) लाने की तैयारी में है, जो आसानी से न गलेंगे और न ही फटेंगे।

वार्निश लगे होंगे 100 रुपये के नए नोट

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) 100 रुपये के वार्निश लगे नोट जारी करने की तैयारी में है। हालांकि, अभी इसे ट्रायल के आधार पर जारी किया जा रहा है। फील्ड ट्रायल सफल रहने के बाद वार्निश लगे नोट बाजार में उतारे जाएंगे और पुराने नोट धीरे-धीरे सिस्टम से बाहर कर दिए जाएंगे।

अभी बाजार में पहले से ही बैंगनी रंग के 100 रुपये के नए नोट मौजूद हैं। अब वार्निश लगे 100 रुपये के जो नए नोट जारी हो रहे हैं, यह भी बैंगनी रंग का ही है। नए 100 रुपये के नोट की सबसे बड़ी खासियत होगी कि यह जल्दी खराब नहीं होगा। बार-बार मोड़ने के बाद भी यह नोट कटेगा या फटेगा नहीं। 100 रुपये के नए नोट पर पानी का भी जल्दी असर नहीं होगा, क्योंकि इन नोटों पर वार्निश चढ़ा होगा।

अधिक होगी इन नोटों की उम्र

यह नोट भी गांधी सीरीज का ही नोट होगा। इसकी डिजाइन भी मौजूदा नए नोट की तरह होगी। वार्निश वाला नया नोट मौजूदा नोट के मुकाबले दोगुना टिकाऊ होगा। अभी 100 रुपये के नोट की औसतन उम्र ढ़ाई से साढ़े 3 साल है। वार्निश चढ़े नए नोट की उम्र करीब 7 साल होगी।

यह खबर न सिर्फ आम लोगों, बल्कि बैंकों के लिए भी राहत भरी है। हाल ही में बैंकों ने आरबीआई को बताया है कि उनके भंडार (Chest) में सही नोट से अधिक जगह खराब नोटों ने घेर लिया है। दरअसल कोरोना महामारी के चलते खराब नोटों को ठिकाने लगाने का काम प्रभावित हुआ है।

इसे भी पढ़ें: जेफ बेजोस को पछाड़ फिर से सबसे अमीर बने एलन मस्क, इतनी बढ़ी अंबानी और अडानी की संपत्ति

इन देशों में चलते हैं प्लास्टिक के नोट

दुनिया में इस समय कुल 23 देशों में प्लास्टिक के नोट चलन में हैं। इनमें से छह देशों में कागज के नोट पूरी तरह से बंद हो चुके हैं। प्लास्टिक के नोट को सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया ने 1988 में अपनाया था। इसके बाद न्यूजीलैंड, ब्रूनेई, वियतनाम, रोमानिया, पपुआ न्यू गिनी और कनाडा जैसे देश भी प्लास्टिक के नोट अपना चुके हैं।