कोलकाता, 9 मई (जनसत्ता)। जनधन योजना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता में शनिवार शाम तीन और प्रमुख सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की शुरुआत की। इन योजनाओं के नाम हैं- प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना। दक्षिण कोलकाता के नजरूल मंच प्रेक्षागृह में आयोजित एक रंगारंग समारोह में इन केंद्रीय योजनाओं की घोषणा के वक्त पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा किया। उन्होंने कहा कि गरीब आदमी ही इस देश की रीढ़ हैं। उन्हें संपन्न बनाना सभी का सामूहिक दायित्व है।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि वो देश के प्रधान सेवक हैं, राजनेता नहीं। कोलकाता में इन योजनाओं के शुरू होने के साथ ही ये योजनाएं पूरे देश में आज से ही लागू हो गईं। इसके लिए विभिन्न राज्यों में एक सौ से ज्यादा स्थानों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में संबंधित राज्य के मुख्यमंत्री या राज्यपाल और केंद्रीय मंत्रियों ने शिरकत की।

जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत दो लाख रुपए का जीवन-बीमा मिलेगा, जबकि सुरक्षा बीमा योजना के तहत दो लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा किसी भी व्यक्ति को मिलेगा। दोनों योजनाओं का लाभ कोई भी बैंक खाताधारक उठा सकता है।

वहीं, अटल पेंशन योजना उन बैंक खाताधारकों के लिए है, जिनकी आमदनी टैक्स (कर) योग्य नहीं है और जो किसी अन्य संवैधानिक सामाजिक सुरक्षा योजना से नहीं जुड़े हैं।

अटल पेंशन योजना के तहत किसी भी व्यक्ति को एक हजार रुपए, दो हजार, तीन हजार, चार हजार और पांच हजार रुपए तक का मासिक पेंशन पाने का विकल्प होगा, जिसके लिए प्रीमियम राशि अलग-अलग होगी। अधिकतम 40 साल की उम्र तक इसका सदस्य बना जा सकता है और 60 साल की उम्र से पेंशन मिलना शुरू होगा।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि साढ़े पांच करोड़ छोटे कारोबारियों से अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिली है। उन्होंने कहा कि 12 करोड़ से ज्यादा लोगों को सबसिडी का पैसा सीधे खाते में मिलता है। खाते में सीधी सबसिडी शुरू कर हमने अरबों-खरबों की चोरी रोकी है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि 12 रुपए में कफन नहीं मिलता, हमने दो लाख रुपए का बीमा दिया। मोदी ने रवींद्रनाथ टैगोर का जिक्र करते हुए कहा कि कविगुरु ने 1906 में कहा था समस्याओं से लड़ने के लिए शक्ति चाहिए और हम चाहते हैं कि गरीबों को सहारा नहीं, शक्ति मिलनी चाहिए। मोदी ने कहा कि आज भी 80-90 फीसद लोगों के पास पेंशन और बीमा की सुविधा नहीं है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बड़े औद्योगिक घराने कम लोगों को रोजगार देते हैं, जिनके पास सुरक्षा का कवच नहीं हम उन्हें सुरक्षा देंगे। मैं देश का प्रधान सेवक हूं, राजनेता नहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का लाभ प्राकृतिक आपदाओं का शिकार होने वालों लोगों को भी मिलेगा। गरीब इससे अलग नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जन-धन योजना एक आंदोलन बन गई है। उन्होंने कहा कि गरीबों तक पहुंचे बिना विकास अधूरा है।