देश के बड़े सरकारी बैंकों में गिने जाने वाले पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने बीते वित्त वर्ष 2021-22 में ग्राहकों से एटीएम लेनदेन शुल्क से 645 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है। बैंक ने सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत किए गए एक आवेदन पर यह जानकारी दी है। बैंक ने कहा कि उसने बीते वित्त वर्ष में ग्राहकों से एटीएम लेनदेन शुल्क के रूप में 645.67 करोड़ रुपये कमाए हैं। इसके अलावा देश के सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक ने खातों में तिमाही/मासिक आधार पर न्यूनतम राशि (बैलेंस) नहीं रखने वाले ग्राहकों से कुल 239.09 करोड़ रुपये का जुर्माना भी वसूला है।

मध्यप्रदेश के आरटीआई आवेदक मनोज गौड़ के आवेदन पर बैंक ने यह जानकारी दी है। वित्त वर्ष 2020-21 में बैंक ने खातों में न्यूनतम शेष नहीं रखने वाले ग्राहकों से 170 करोड़ रुपये की कमाई जुर्माने के रूप में की थी। यह राशि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 85,18,953 खातों से जुटाई गई। साथ ही शून्य शेष वाले खातों की संख्या के बारे में सवाल पर पंजाब नेशनल बैंक ने कहा कि 31 मार्च, 2022 तक कुल 6,76,37,918 ऐसे खाते थे।

वर्ष 2018-19 से 2021-22 तक पिछले चार वित्त वर्षों के आकंड़ों के अनुसार, यह पता चला कि इन वर्षों में पीएनबी में शून्य शेष खातों में लगातार वृद्धि हुई है। 31 मार्च, 2019 तक, पीएनबी में 2,82,03,379 जीरो बैलेंस खाते थे, जो मार्च, 2020 के अंत तक बढ़कर 3,05,83,184 और 31 मार्च, 2021 तक बढ़कर 5,94,96,731 हो गए।

बता दें, इस साल मार्च तिमाही में पीएनबी का मुनाबा 65 फ़ीसदी गिरकर 202 करोड़ रुपए पर आ गया है। बीते साल समान अवधि में बैंक को 586 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। वहीं, सालाना आधार पर बैंक को वित्त वर्ष 2021-22 में 3456 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष में बैंक को 2021 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था।

मार्च तिमाही के नतीजों में बैंक की एसेट्स क्वालिटी में भी सुधार देखने को मिला। इस दौरान बैंक का नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (GNPA) 11.78 फीसदी पर आ गया जो पिछले साल 14.12 फीसदी था। वहीं, बैंक नेट नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) 5.73 से घटकर 4.8 फीसदी पर पहुंच गए।