सरकार ने आज पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 2.25 रुपए और डीजल पर एक रुपए लीटर बढ़ा दिया लेकिन पर इसका असर पेट्रोल पंप पर जाने वाले ग्राहकों पर नहीं पड़ेगा। तेल कंपनियों ने उत्पाद शुल्क में वृद्धि फिलहाल स्वयं वहन करने का फैसला किया है और इसका बोझ ग्राहकों पर नहीं डालेंगी।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम नीचे आने का फायदा उठाते हुये सरकार ने पिछले तीन सप्ताह में दूसरी बार पेट्रोल, डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाया है। ताजा शुल्क वृद्धि से सरकारी खजाने को मार्च तक 4,000 करोड़ रुपए की अतिरिक्त प्राप्ति होगी।
इससे पहले 12 नवंबर को इन दोनों ईंधनों पर उत्पाद शुल्क प्रति लीटर डेढ़ रुपए बढ़ाया गया था। दो किस्तों में उत्पाद शुल्क की वृद्धि से चालू वित्त वर्ष की शेष अवधि में सरकार को करीब 10,000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा। इससे उसे राजकोषीय घाटे को तय दायरे में रखने में मदद मिलेगी।
जम्मू और कश्मीर तथा झारखंड में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। दिल्ली में भी जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं ऐसे में सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने उत्पाद शुल्क वृद्धि को स्वयं वहन करने का फैसला किया है।
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के चेयरमैन बी. अशोक ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘इस उत्पाद शुल्क वृद्धि को उपभोक्ता पर नहीं डाला जा रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने कल ही पेट्रोल और डीजल के दाम कम किये हैं, इसलिये तुरंत इसमें फिर बदलाव करना उचित नहीं होगा।’’
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम घटने पर तेल कंपनियों ने कल ही पेट्रोल के दाम 91 पैसे और डीजल का दाम 84 पैसे लीटर कम किया है।