भविष्य को बेहतर बनाने के लिए लोग निवेश का तरीका अपनाते हैं। निवेश के लिए बैंकों द्वारा भी कई स्कीमें लेकर आई जाती हैं। इसी के तहत बैंकों की आरडी स्कीम है, जिसमें निवेश कर आप अच्छा मुनाफा पा सकते हैं। RD की मुख्य विशेषता यह है कि आप नियमित अंतराल पर छोटे-छोटे योगदान के साथ ही ब्याज अर्जित करके बचत कर सकते हैं।
आवर्ती जमा के लिए परिपक्वता राशि निवेश अवधि में उत्पन्न मूलधन और ब्याज का योग है। ब्याज तिमाही आधार पर संयोजित किया जाता है। एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के अनुसार, आवर्ती जमा की गणना चक्रवृद्धि ब्याज फार्मूले का उपयोग करके की जाती है। बचत को हर महीने खाते में जमा करना होता है। आपकी बचत पर ब्याज तिमाही चक्रवृद्धि के आधार पर दिया जाता है।
यहां कुछ प्रमुख बैंकों के आरडी पर इनटरेस्ट रेट के बारे में जानकारी दी गई है, इस आधार पर आप आंकलन कर सकते हैं कि किसमें निवेश करना आपके लिए बेहतर हो सकता है।
ICICI बैंक आरडी इंटरेस्ट रेट
इस बैंक का मैच्योरिटी पीरियड 6 महीने से लेकर 10 साल तक के लिए खोला जा सकता है। समान्य लोगों के लिए इंटरेस्ट रेट 3.50 से लेकर 5.60 तक दिया जाता है। जबकि सिनियर सिटीजन के लिए ब्याज दर 4.0 से 6.35 तक का दिया जाता है।
SBI आरडी ब्याज दर
एसबीआई बैंक द्वारा आरडी खाताधारकों को आरडी पर ब्याज दर जनता और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सावधि जमा पर लागू होती है। जिसकी जमा की अवधि न्यूनतम – 12 महीने, अधिकतम – 120 महीने होता है। इसमें न्यूनतम जमा राशि 100 रुपये प्रति माह 10 के गुणांक में जमा कर सकते हैं। इसपर ब्याज दर कम से कम 7 से 45 दिन पर 2.90 और अधिकतम 5 से 10 साल के लिए 5.50 दिया जाता है। वहीं वरिष्ठ नागरिकों के लिए 3.40 से 6.30 तक दिया जाता है।
HDFC ब्याज दर
इसपर ब्याज दर जनता के लिए 6 महीने के लिए 3.50 फीसद दिया जाता है। वही अधिकतम 120 महीने पर 5.60 प्रतिशत ब्याज दिया जाता है। वहीं वरिष्ठ नागरिकों को 4 फीसद से 6.35 फीसद तक ब्याज दिया जाता है।
मासिक किश्तें जमा न करने पर पेनॉल्टी
एसबीआई ग्राहकों को 5 साल की परिपक्वता अवधि वाले खाते के लिए हर महीने 1.50 रुपये प्रति 100 रुपये का भुगतान करना होगा। 2.00 रुपये प्रति 100 रुपये प्रति माह 5 वर्ष से अधिक की परिपक्वता अवधि वाले खातों के लिए है। एसबीआई आरडी के मामले में, यदि कोई आरडी ग्राहक लगातार छह किश्तों से चूक जाता है, तो खाता जल्दी बंद कर दिया जाएगा और शेष राशि का भुगतान खाताधारक को किया जाएगा। आईसीआईसीआई बैंक की वेबसाइट के अनुसार सभी विलंबित किश्तों के लिए मासिक ब्याज पर 12 रुपये प्रति 1000 रुपये की दर से जुर्माना लगाया जाता है।